70 वां महारूद्र यज्ञ : विश्व कल्याण की भावना के साथ त्रिवेणी तट पर 70 वें महारुद्र यज्ञ की शुरुआत

स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज ने फ़हराई सनातन धर्म की ध्वजा

अग्नि नारायण के जयकारों के साथ हुआ कुंड में अग्नि प्रवेश

जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी का 3 जनवरी को नगर आगमन, त्रिवेणी तट पर होगी धर्म सभा

हरमुद्दा
रतलाम, 2 जनवरी। विश्व कल्याण की भावना के साथ त्रिवेणी तट पर 70 वें महारुद्र यज्ञ की शुरुआत यज्ञ नारायण और सनातन धर्म के जयकारों के साथ हुई। खाचरौद बगलामुखी पीठ के स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज और नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने सनातन धर्म की ध्वजा पूजन कर फहराई। तत्पश्चात अग्नि प्रवेश के साथ 70 वें महारुद्र यज्ञ की शुरुआत की। 3 जनवरी को जगदगुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का नगर आगमन होगा। त्रिवेणी तट पर धर्म सभा होगी।

कुंड में अग्नि देवता का प्रवेश करते हुए संत श्री एवं मुख्य यजमान

मंगलवार को सुबह त्रिवेणी के पावन तट पर सैकड़ो श्रद्धालुओं की मौजूदगी में यज्ञाचार्य पं. दुर्गाशंकर ओझा व 21 भूदेवों के सान्निध्य में मुख्य यजमान मोहनलाल रुक्मणि देवी शर्मा दंपत्ति ने स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज के साथ ध्वज वंदन तथा हवन कुंड में अग्नि प्रवेश किया। इस दौरान धर्म क्षेत्र परिसर हर-हर महादेव और सनातन धर्म की जय हो, अग्नि नारायण की जय, के जयकारों से गूंज उठा।

यह थे मंचासीन

मंचासीन संत एवं समिति के पदाधिकारी

मंच पर बगलामुखी पीठ के श्री 108 स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज, श्रृंगेरी पीठ के स्वामी आत्मानंद सरस्वती जी महाराज, उत्तराखंड के श्री कृष्णानंद जी महाराज, श्री रामदास जी महाराज, सनातन धर्म सभा के संरक्षक पूर्व विधायक कोमल सिंह राठौर, कन्हैयालाल मौर्य, पंडित रामचंद्र शर्मा, अध्यक्ष अनिल झालानी विराजित थे।

संतों का स्वागत कर लिया आशीर्वाद

धर्मसभा में मौजूद श्रद्धालुजन

संतों का स्वागत कर धर्मालुओं ने आशीर्वाद लिया। श्री सनातन धर्म सभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति के संरक्षक पूर्व विधायक राठौर, पंडित शर्मा, श्री मौर्य, अध्यक्ष श्री झालानी, रमेश व्यास, नवनीत सोनी, डॉ. राजेंद्र शर्मा, पुष्पेंद्र जोशी, राजेश दवे, बृजेंद्र नंदन मेहता, बंसीलाल शर्मा, कपूर सोनी, मनोज शर्मा, मनोहर पोरवाल, राजेश दवे, मुन्नालाल शर्मा, सूरजमल टाक, पंडित दुर्गाशंकर ओझा, यज्ञ के मुख्य यजमान के मोहनलाल शर्मा, सत्यदीप भट्ट, कैलाश झालानी रामचंद्र पण्ड्या, बालूलाल त्रिपाठी, चेतन शर्मा, सतीश राठौर, सुशील दलाल, प्रभु राठौड़, अरुण राव, सहित अन्य ने स्वामीजी का पुष्पमाला से स्वागत कर आशीर्वाद लिया। नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा का महिला मण्डल संरक्षक तारा देवी सोनी, अध्यक्ष राखी व्यास, आशारानी उपाध्याय सहित अन्य ने पुष्पमाला से स्वागत किया। आयोजन में संत श्री रामदास जी, नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। श्री सनातन धर्म सभा द्वारा मंचासीन संतों का शाल श्रीफल से अभिनंदन किया गया। स्वागत भाषण श्री झालानी ने दिया। श्री सनातन धर्म सभा के सक्रिय पदाधिकारी और सदस्य स्वर्गीय प्रेम उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण का श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। संचालन कैलाश व्यास ने किया। मंत्री पुष्पेंद्र जोशी ने आभार माना।

समाज की धरोहर है संत

सनातन धर्म सभी धर्म का सम्मान करता है और अपना सम्मान करवाना भी जानता है। सनातनी परंपरा का निर्वाह हम करते हैं। इसका प्रमाण वेदों में भी मिलता है। युग बदलते हैं मगर वेद नहीं बदलते हैं। संत समाज की धरोहर है। संत समाज कभी भी धर्म को कमजोर नहीं होने देता है। त्रिवेणी के पावन तट पर महारुद यज्ञ की परंपरा अनवरत चलती रहेगी और इसकी ऊर्जा क्षेत्र में फैलती रहेगी।

श्री 108 स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज, बगलामुखी आश्रम, खाचरोद

यज्ञ से होता है सकारात्मकता का संचार

पुण्य और भगवत कृपा दो अलग-अलग हैं। जब भगवान की कृपा होती है तो संत स्वयं दर्शन देने आ जाते हैं और जब पुण्य का उदय होता है तो आप स्वयं संत के दर्शन करने चले जाते हैं। यज्ञ में दी जाने वाली आहुतियों से जहां देवता प्रसन्न होते हैं वहीं वातावरण में नकारात्मकता खत्म होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।

श्री 108 श्री आत्मानंद सरस्वती जी महाराज, श्रृंगेरी पीठ

महिलाओं ने बनाई रंगोली

रंगोली बनाते हुए महिला मंडल की सदस्य

सनातन धर्म के ध्वजारोहण स्थल पर महिला मंडल की राखी व्यास, आशा उमाकांत उपाध्याय, नमिता शुक्ला, मंजू सोनी, राधा पोरवाल, जया सोमानी, ज्योति सोनी, रत्ना पाल ने आकर्षक रंगोली बनाई।

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