भांजगड़ा प्रथा के नाम पर पैसे के लिए बनाया दबाव, आत्महत्या के लिए किया मजबूर, एक आरोपी गिरफ्तार
⚫ तीन आरोपी है अभी भी फरार
⚫ भांजगड़ा अवैधानिक कुप्रथा, इसके नाम पर अवैध वसूली करने वालो पर पुलिस करेगी कार्रवाई
हरमुद्दा
रतलाम, 4 जनवरी। साल के अंतिम दिन मन्ना खाट निवासी कांछला ने घर के सामने खाखरे के पेड़ पर फांसी लगा आत्म हत्या कर ली। घटनास्थल का पुलिस एवं फॉरेसिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। प्रकरण में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं तीन अभी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि मामला भांजगड़ा का था और रुपए को दबाव बनाया गया था। इसके चलते मन्ना ने आत्महत्या कर ली थी।
पुलिस अधीक्षक रतलाम राहुल कुमार लोढा द्वारा भांजगड़ा के नाम पर प्रताड़ित करने वालो के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया भांजगड़ा एक कुप्रथा है एवम पूर्णतः अवैधानिक है। भांजगड़ा के नाम पर अवैध वसूली करना, लोगो को ब्लैकमेल करना, डराने धमकाने वालो के विरुद्ध रतलाम पुलिस द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
यह था मामला
पुलिस को मृतक मन्ना खाट द्वारा आत्महत्या करने के पूर्व वायरल किए वीडियो को संज्ञान मे लेकर जांच शुरू की। जांच के दौरान मृतक के परिजनों के कथन लेने पर यह सामने आया की मृतक मन्ना व रुपा बाई पति रमेश मुनिया निवासी बासिन्द्रा का प्रेम प्रसंग था, तथा दोनो घर से भाग गए थे। करीबन 15 – 20 दिन के बाद दोनों वापस आ गए थे। तब भांजगड़ा प्रथा के नाम पर मुन्ना खाट से रमेश पिता गवजी मुनिया, लालु पिता रामा मुनिया व नाथु पिता बाबरिया मुनिया निवासी बासिन्द्रा ने 90 हजार रुपए की अवैध वसूली की थी। भांजगड़ा के नाम पर पैसे देने के बाद पुनः रुपा बाई मन्ना खाट के साथ चली गई। करीबन 1 साल मुन्ना खाट के साथ रहने के बाद फिर वापस अपने पहले पति रमेश के घर आ गई। जिस पर पुनः करीबन डेढ लाख रुपये का भांजगड़ा हुआ था और रुपा बाई वापस रमेश के पास आ गई। रुपा बाई व उसके पति रमेश मुनिया तथा परिवार के लालु मुनिया, नाथू मुनिया निवासी बासिन्द्रा द्वारा मृतक से भांजगड़ा के पैसे लेने की नियत से दबाव बनाने लगे व झूठी रिपोर्ट कर फसाने की धमकी देने लगे। भांजगड़ा प्रथा के नाम पर प्रताड़ित होकर मन्ना खाट फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
जानकारी मिलने पर किया गिरफ्तार
रावटी थाना प्रभारी प्रकाश गडरिया के नेतृत्व में थाना रावटी की टीम बनाकर आरोपियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए मुखबीर तंत्र सक्रिय किए गए थे। 2 जनवरी को विश्वनीय मुखबीर से सूचना मिली कि नाथू पिता बावरिया मुनिया निवासी बासिन्द्रा का उसके खेत नदी तरफ छिपा हुआ हैं । तत्काल थाना प्रभारी गडरिया द्वारा पुलिस टीम बनाकर भेजा। आरोपी नाथू मुनिया को धर दबोचकर गिरफ्तार किया गया।
यह है फरार
पुलिस ने बताया कि इस मामले में रूपा बाई पति रमेश मुनिया निवासी बसिंद्रा, रमेश पिता गवजी मुनिया निवासी बसिंद्रा और लालू पिता रामा मुनिया निवासी बसिंद्रा अभी भी फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी रावटी प्रकाश गडरिया, रामसिंह खपेड़, आरक्षक महेश मैडा, अनिल अमलियार, देवेन्द्र शर्मा आदि की सराहनीय भूमिका रही।