धर्म संस्कृति : शिरडी साईं परिक्रमा महोत्सव 13 फरवरी को, साईं ऊर्जा का होगा अनुभव

रतलाम के भक्तों को देने आए आमंत्रण

श्री खंडोबा मंदिर से शुरू होकर यही संपन्न होगी परिक्रमा

14 किलोमीटर की होगी परिक्रमा

पांचवी परिक्रमा का आयोजन

रतलाम के श्रद्धालुओं को मानते हैं साईं भक्त रत्न

हरमुद्दा
रतलाम, 5 फरवरी। शिरडी में पांचवा शिरडी परिक्रमा महोत्सव 13 फरवरी को होगा। सामूहिक भक्ति उल्लास की परिक्रमा में साईं ऊर्जा का अनुभव होगा। अद्भुत धार्मिक आनंद की अनुभूति होगी। क्षेत्र परिक्रमा से पृथ्वी प्रदक्षिणा का महापुण्य मिलता है।

मुख्य पुजारी बालासाहेब राजाराम जोशी

यह बात शिरडी के मुख्य पुजारी बालासाहेब राजाराम जोशी ने श्री साईं मंदिर शास्त्री नगर में आयोजित पत्रकार वार्ता ने कही। श्री जोशी ने बताया कि परिक्रमा महोत्सव में शामिल होने पर भक्तों को साईं ऊर्जा की अनुभूति होती है। रतलाम में साईं भक्तों को आमंत्रण देने के लिए विशेष रूप से श्री जोशी आए। श्री जोशी ने बताया कि देशभर में हमने भक्तों आमंत्रण दिया लेकिन जो आत्मीयता और भक्ति रतलाम के श्रद्धालुओं में है, वह कहीं अन्यत्र नहीं है। इसलिए हम तो रतलाम के श्रद्धालुओं को साईं भक्त रत्न मानते हैं।

4 साल पहले हुई थी शुरुआत परिक्रमा महोत्सव की

श्री जोशी ने बताया कि 4 साल पहले शिरडी में परिक्रमा महोत्सव की शुरुआत की गई थी। इस महोत्सव में देशभर के हजारों श्रद्धालु सामूहिक रूप से परिक्रमा करते हुए आनंद उत्सव मनाते हैं। प्रतिवर्ष 13 फरवरी को ही परिक्रमा महोत्सव मनाया जाता है। भक्तों द्वारा 14 किलोमीटर की परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा में बाबा के 51 छत्र, बाबा के 51 ध्वज, बाबा की चादर, बाबा का रथ शामिल होंगे। 21 पंडित मन्त्रों की ध्वनि करते हुए शामिल रहेंगे।

श्री खंडोबा मंदिर में पूजन अर्चन के बाद शुरू होगी परिक्रमा

श्री जोशी ने बताया कि 13 फरवरी को सुबह 5:30 बजे खंडोबा मंदिर से पूजन अर्चन के बाद परिक्रमा शुरू होगी। यहीं पर समापन भी होगा। ऐसे परिक्रमा महोत्सव में शामिल होने का अवसर साल में केवल एक बार ही मिलता है। अतः भक्तों को ऐसे पुण्य अवसर को नहीं गवाते हुए परिक्रमा में शामिल होना चाहिए। साईं भक्तों के लिए ठहरने और भोजन व्यवस्था की जाती है।

यह थे मौजूद

पत्रकार वार्ता के दौरान मौजूद न्यास के सदस्य

पत्र वार्ता के दौरान साईं सेवा समिति न्यास के डॉ. प्रदीप बी. कोठारी, कैलाश व्यास, अनिल सिसोदिया, बंटी सोनी, प्रकाश मालपानी, दिनेश कुमावत, सोनू भटनागर, दीपक चौहान, पुजारी पंकज पंडित, श्रेयस कोलंबिकर, नरेंद्र मेघानी, सुनील सोलंकी सहित अन्य मौजूद रहे। मुख्य पुजारी श्री जोशी का श्री कोठारी ने स्वागत किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *