श्रद्धांजलि : महान पथ-प्रदर्शकों का हमारे बीच से जाना देश के आध्यात्मिक जीवन की अपूरणीय क्षति
⚫ रायल ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन प्रमोद गुगालिया ने कहा
⚫ दो महान संतों के देवलोक गमन पर गुगालिया ने जताया शोक, अर्पित किए श्रद्धा सुमन
हरमुद्दा
रतलाम, 18 फरवरी। रायल ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन प्रमोद गुगालिया ने दो जैन संतों के निधन पर शोक जताया है। ऐसे महान पथ-प्रदर्शकों का हमारे बीच से जाना देश के आध्यात्मिक जीवन की अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने कहा कि दिगंबर जैन समाज के सर्वोच्च संत 108 श्री विद्यासागर महाराज एवं श्वेताम्बर जैन समाज के सर्वोच्च संत सागर गच्छ ( समुदाय ) के 103 वर्षीय पूज्यनीय 108 श्री दौलत सागरजी महाराज जो 1400 से अधिक साधु साध्वियों के गच्छ नायक हैं और श्वेताम्बर जैन धर्म का सबसे बड़ा गच्छ है। दोनों के इहलोक से जाने पर देश दुनिया का जैन समाज शोक में डूबा हुआ है। गुगालिया ने कहा कि ऐसे महान पथ-प्रदर्शकों का हमारे बीच से जाना देश के आध्यात्मिक जीवन की अपूरणीय क्षति है।