वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे सेहत सरोकार : अपने दिल के टुकड़ों को जीवन देने के लिए मां देगी किडनी, मिली अनुमति तो माना आभार -

सेहत सरोकार : अपने दिल के टुकड़ों को जीवन देने के लिए मां देगी किडनी, मिली अनुमति तो माना आभार

डॉ. लक्ष्मी नारायण पांडेय  मेडिकल कॉलेज, रतलाम द्वारा 3  मरीज को अंग प्रत्यारोपण स्वीकृति

दो प्रकरणों में मां देगी बेटे को किडनी

एक प्रकरण में पिता को पुत्र देगा किडनी

हरमुद्दा
रतलाम, 7 मार्च। मेडिकल कॉलेज की संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति के द्वारा बुलाई बैठक में  अंगदान स्वीकृति देने का प्रसंग आया है। दो प्रकरण में अंगदान करने वाली माता द्वारा अपने बेटे को किडनी दी जा रही है। अपने दिल के टुकड़ों को किडनी देकर फिर से नया जीवन माता द्वारा दिया जाएगा। वही एक प्रकरण में बेटा अपने पिता को किडनी देगा। परिवार को संभागीय समिति ने अनुमति दे दी है।


बैठक शुरू होने पर समिति सदस्यों ने तीनों प्रकरणों में 2 में माता द्वारा बच्चों को अंगदान देने का पुनः अवसर देखने में आया। पिछली बार के एक प्रकरण में परिवारजन द्वारा आवश्यक प्रमाण देने पर स्वीकृति प्रदान की।

परिजनों को अनुमति पत्र देते हुए समिति सदस्य

⚫ पहले प्रकरण में दिनेश गायरी उम्र 32 वर्ष ग्राम मकान तहसील पिपलोदा जिला रतलाम को माता श्रीमती श्यामा उम्र 52 वर्ष।

⚫ दूसरे प्रकरण मुकेश धनक उम्र 46 वर्ष उज्जैन को पुत्र अर्जुन उम्र 32 वर्ष।

⚫ तीसरे प्रकरण बालचंद पाटीदार उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम गार्डिया प्रताप तहसील सुवासरा जिला मंदसौर को माता वालीबाई उम्र 65 वर्ष के द्वारा किडनी दी जा रही है। दस्तावेज परीक्षण के पश्चात समिति ने तीनों को स्वीकृति प्रदान की गई।

संभागीय समिति के प्रति आभार माना परिजनों ने

डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज रतलाम की संभागीय अंगदान  प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति सदस्य डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद चंदेलकर, विभागाध्यक्ष मेडिसिन विभाग डॉ. महेंद्र चौहान, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. नीलम चार्ल्स, समाजसेवी गोविंद काकानी, समाज सेविका श्रीमती मनीषा ठक्कर , नोडल अधिकारी डॉ. अतुल कुमार व सहायक ओमप्रकाश गौर के द्वारा  सभी प्रकरण बिना परेशानी के स्वीकृति देने  मरीज  एवं परिवार  द्वारा  समिति डॉक्टर एवं सदस्यों धन्यवाद ज्ञापित कर आभार माना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *