सामाजिक सरोकार : पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा और पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा की मध्य प्रदेश में हुई शुरुआत, बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन
⚫ प्रारंभिक चरण में भोपाल, जबलपुर, रीवा, खजुराहो, उज्जैन और पमचढ़ी को धार्मिक पर्यटन हवाई सेवा से जोड़ा
⚫ दो है 8-8 सीटर विमान
⚫ दूरी के हिसाब से होगा किराया तय
⚫ न्यूनतम 3 हजार रहेगा किराया
हरमुद्दा
भोपाल, 14 मार्च। लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में गुरुवार स्टेट हैंगर भोपाल से पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा और पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य प्रदेश के अंदर पर्यटन स्थलों को हवाई सेवा से जोड़ना है। इसमें दो 8-8 सीटर विमान हैं। इसके अलावा एक अन्य कंपनी का हेलीकॉप्टर उपलब्ध रहेगा। जानकारी के अनुसार हवाई टैक्सी का न्यूनतम किराया तीन हजार रुपये तक रह सकता है। हालांकि, यह दूरी के हिसाब से तय होगा। इसको लेकर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है।
पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा पर्यटन वायु सेवा का संचालन पीपीपी मोड पर किया जाएगा। शुरुआत में आठ सीटर वाले दो ट्विन इंजन एयरक्राफ्ट चलाए जाएंगे। आपरेटर द्वारा प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों इंदौर, रीवा, जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, खजुराहो के साथ-साथ हवाई पट्टियों में से रूट का चयन किया जाएगा। इससे पर्यटकों को हवाई मार्ग के जरिए तीव्र यात्रा का माध्यम मिलेगा और साथ ही घरेलू पर्यटन में भी बढ़ोतरी होगी। इसका दायरा बढ़ा कर आने वाले समय में पर्यटकों की मांग के अनुसार अन्य शहरों को जोड़ा जाएगा।
मिलेगा प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने इस मोके पर कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है। इन हवाई सेवाओं के शुरू होने से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा, रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रकृति ने मध्य प्रदेश को बहुत उपहार दिए हैं। हमें इसका संरक्षण करना है।
यह थे मौजूद
स्टेट हैंगर पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, नगरीय विकास व आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, मंत्री विश्वास सारंग, मंत्री कुंवर विजय शाह, मंत्री धर्मेंद्र लोधी, मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, राकेश सिंह, निर्मला भूरिया, नारायण सिंह कुशवाहा, एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। प्रारंभ में पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र लोधी ने स्वागत भाषण दिया।