श्रद्धांजलि : महासती श्री पारसकुंवरजी म.सा. का देवलोकगमन, मंदसौर में निकली चकडोल यात्रा
1 min read⚫ हजारों श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति में देह को अग्नि को समर्पित
⚫ होली चातुर्मास के लिए आई थी मंदसौर
⚫ संयम जीवन निर्वहन के पहले ही देवलोक गमन
हरमुद्दा
मंदसौर/रतलाम, 25 मार्च। श्री शांत क्रांति संघ के आचार्य श्री विजयराजजी म.सा., उपाध्याय श्री जितेशमुनिजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती साध्वी, शासन प्रभाविका, विदूषि महासती श्री पारसकुंवरजी म.सा. का देवलोकगमन हो गया। उनकी चकडोल यात्रा मंदसौर में निकाली गई। हजारों श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति में जैन परंपरा अनुरूप उनकी देह अग्नि को समर्पित की गई।
मंदसौर में शास्त्री कॉलोनी स्थित श्री जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन से निकली चकडोल यात्रा के मार्ग में बड़ी संख्या में धर्मालुजनों ने महासतीजी की देह के दर्शन कर धर्मलाभ प्राप्त किया। मुक्तिधाम स्थल पर स्थित सभागार में जैन धर्मालुजनों ने नवकार महामंत्र का जाप किया। लोगस्य एवं अन्य मंत्रों का जाप कर महासती श्री पारसकुंवरजी के देवलोकगमन पर अपनी भावांजलि अर्पित की।
होली चातुर्मास के लिए आई थी मंदसौर
महासतीजी का अचानक देवलोकगमन हो गया, वे मंदसौर में आचार्य श्री विजयराजजी म.सा. व उपाध्याय श्री जितेशमुनिजी म.सा. के होली चातुर्मास के उपलक्ष्य में मंदसौर पधारी थी।
संयम जीवन निर्वहन के पहले ही देवलोक गमन
महासतीजी का जन्म निम्बाहेड़ा (राज.) के बागेड़ा ग्राम में हुआ था तथा वे कई वर्षो से आचार्य श्री की आज्ञा में रहते हुए संयम जीवन निर्वहन कर रही थी। महासतीजी के सांसारिक परिवार में उनके भाई कंवरचंदजी म.सा., भतीजे भूपेन्द्रमुनिजी व पुत्री सुशीला कुंवरजी म.सा. का संयम जीवन में रहते हुए पहले ही देवलोकगमन हो चुका है।
चकडोल यात्रा में यह हुए शामिल
चकडोल यात्रा में जैन धर्मालुजनों के साथ विधायक विपिन जैन, साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ अध्यक्ष विमल पामेचा, पूर्व अध्यक्ष गजराज जैन, महामंत्रीगण शिखर कासमा, अनिल डूंगरवाल एड., भूपेन्द्र भण्डारी, राष्ट्रीय महामंत्री विरेन्द्र जैन सीए, युवा संघ महामंत्री निर्विकार रातड़िया, महिला संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजना कोचट्टा, श्रीसंघ के संरक्षक कोमल बाफना और रतलाम से संघ अध्यक्ष मोहनलाल पिरोदिया, मंत्री दिलीप मूणत सहित मनीष पिरोदिया, शांतिलाल रांका आदि बडी संख्या धर्मालुजन शामिल हुए।