धर्म संस्कृति : चरित्र का प्रभाव व्यक्ति को बना देता है महान
⚫ मुमुक्षु श्रेयांस चौरड़िया ने कहा
⚫ श्री सौभाग्य तीर्थ में अभिनंदन समारोह का आयोजन
⚫ पुण्यतिथि पर मालव केसरी की समाधि पर उमड़े भक्त
हरमुद्दा
रतलाम, 03 अप्रैल। सागोद रोड स्थित श्री सौभाग्य तीर्थ में पंडित रत्न श्री महेन्द्र मुनिजी मसा की निश्रा में मुमुक्षु अभिनंदन समारोह, गुणानुवाद और नवमी के जाप का आयोजन हुआ। विभिन्न संस्थाओं ने मुमुक्षु श्रेयांस चौरड़िया का बहुमान किया। मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी मसा के सुशिष्य श्री कानमुनिजी मसा के देवलोकगमन पर समाजजनों ने गुणानुवाद कर नवमी के जाप किए। मालव केसरी की मासिक पुण्यतिथि पर कई स्थानों के गुरूभक्तों ने श्रद्धाजंलि दी।
समारोह का आयोजन श्री धर्मदास जैन मित्र मण्डल ट्रस्ट, श्री सौभाग्य जैन साधना एवं जनकल्याण न्यास, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मण्डल, श्री सौभाग्य प्रकाश युवक मण्डल, श्री सौभाग्य महिला मण्डल, श्री सौभाग्य अणु बहु मंडल, श्री सौभाग्य अणु भक्त मंडल एवं श्री सौभाग्य प्रकाश बालिका मंडल ने किया।
28 अप्रैल को भागवती दीक्षा करेंगे अंगीकार चौरड़िया
इसमें पूज्य प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी मसा से आगामी 28 अप्रैल को जैन भागवती दीक्षा अंगीकार कर रहे मुमुक्षु श्रेयांस चौरड़िया ने कहा कि दीक्षा आत्म उद्धार के लिए ली जाती है। आत्मा सदैव शरीर को छोड़कर अपने कर्मो के अनुसार दूसरी भव में जाती है। जन्म-मरण का यह क्रम चलता रहता है, लेकिन चारित्र का प्रभाव व्यक्ति को महान बना देता है। हमने भगवान को तो नहीं देखा, पर गुरूदेव मालव केसरी और अन्य महापुरूषों के संयमित जीवन को देखा है। उन्होंने चारित्र और संयम से मानव जीवन को धन्य बनाया है। महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलकर वे भी अपने जीवन को सार्थक करने का प्रयास करेंगे।
शाल, श्रीफल और अभिनंदन पत्र भेंटकर इन्होंने किया बहुमान
इस मौके पर सभी संस्थाओं ने शाल, श्रीफल और अभिनंदन पत्र भेंटकर मुमुक्षु का सम्मान किया। दीक्षार्थी परिवार के वीर माता-पिता अरूण चौरड़िया सहित श्री सौभाग्य तीर्थ अध्यक्ष कन्हैयालाल गांधी, मंत्री कांतिलाल मंडलेचा, पूर्वाध्यक्ष सुरेन्द्र गादिया, आजाद मेहता, रंगलाल चौरड़िया, महेन्द्र गादिया, आनंदीलाल गांधी, हंसमुख भाई शाह, मूलचंद चौपड़ा, राजेन्द्र मेहता, रखब चत्तर, हर्षेदु भरगट, संदीप चौरड़िया , अश्विन गंग, जयंत बोहरा अभय मोदी, भंवरलाल पुंगलिया, सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष मनीष मंडलेचा, मंत्री महेन्द्र गंग पूर्वाध्यक्ष निलेश मेहता, राजेश बोरदिया, सुनील गांधी, संजय बोहरा, श्री बोकड़िया, महिला मंडल अध्यक्ष कांताबेन चौरड़िया , मीना भंडारी, मधु गांधी, वर्षा पितलिया, मंजु चौरड़िया, वनीता चौपड़ा, किरण चौपड़ा, ममता मंडलेचा, सुमन भंडारी, आशा गांधी, मीना बोरदिया, आदि अनेक श्रावक-श्राविकाओं द्वारा बहुमान किया गया। अभिनंदन पत्र का वाचन युवा संघ के अचल मूणत ने किया।
धर्मदास समुदाय की धरोहर थे कानमुनिजी-मूणत
आरंभ में श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मूणत ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि संसार के भौतिक साधनो को छोड़कर श्रेयांस ने संयम के प्रति जो भावना दिखाई है, वह इस युग में दुर्लभ है। श्री मूणत ने श्री कानमुनिजी मसा का 92 वर्ष की आयु में देवलोकगमन होने पर गुणानुवाद करते हुए कहा कि 79 वर्ष तक संयम जीवन का पालन करने वाले मुनिश्री के परिवार की 6 दीक्षा वर्ष 1945 में खाचरौद में एक साथ हुई थी। वे धर्मदास समुदाय की धरोहर थे। उनके जीवन और व्यक्तित्व का वर्णन जितना किया जाए, उतना कम रहेगा। गुणानुवाद से पहले जाप हुए। कार्यक्रम के लाभार्थी हेमंत कुमार, सज्जनलाल मेहता परिवार रहा। इस दौरान खाचरौद, बदनावर, इंदौर, उज्जैन, नागदा आदि कई स्थानों के श्रावक-श्राविकाओं ने उपस्थित होकर अपनी गुरूभक्ति का परिचय दिया। नवमी के अगले जाप आगामी 2 मई गुरुवार को श्री सौभाग्य तीर्थ में होंगे।