सामाजिक सरोकार : हाई ब्लड प्रेशर के चलते सरिता हो गई गुस्सैल और मनोरोग का शिकार, उसे भेजा सेवा धाम आश्रम
⚫ समाजसेवी अदिति की मदद से पहली बार लाए जिला चिकित्सालय में
⚫ समाजसेवी गोविंद काकानी ने आइसोलेशन वार्ड में करवाया भर्ती
⚫ चकमा देकर भाग गई थी सरिता
⚫ कलेक्टर की पहल पर पुनः लाई गई, हुआ उपचार, दवाई ने किया असर
⚫ आक्रामक होने के कारण वार्ड कर्मचारी थे परेशान
हरमुद्दा
रतलाम, 24 जुलाई। हाई ब्लड प्रेशर के चलते सरिता न केवल गुस्सैल हुई अपितु उत्तेजित होने के साथ मनोरोग का शिकार हो गई। समाजसेवी की मदद से पहली बार अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन वहां से भाग गई। कलेक्टर की पहल पर पुनः अस्पताल लाया गया। उपचार हुआ। दवाई के असर करने के पश्चात उसे सेवा धाम आश्रम उज्जैन भेजा गया।
समाजसेवी गोविंद काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि
मनोरोगी अति उत्तेजित गुस्सैल महिला उम्र लगभग 55 वर्ष को विगत सप्ताह से पूर्व पार्षद समाजसेवी अदिति दवेसर कोर्ट चौराहे से रिक्शा में बिठाकर लेकर आई, जिसे मैने याने कि समाजसेवी एवं जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी द्वारा जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। दूसरे दिन चकमा देकर जिला चिकित्सालय से भाग गई और पुनः कोर्ट चौराहे पर जाकर धमाल की शिकायत मिलने पर कलेक्टर राजेश बाथम के सहयोग से महिला एवं बाल विकास अधिकारी रजनीश सिन्हा व वन स्टाप सेंटर द्वारा लाकर पुनः जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में मेरी उपस्थिति में भर्ती किया। इस बार उसे कमरे में ताला लगा कर रखा गया।
डॉक्टर की दवाई से होने लगा असर
यहां पर समाजसेवी काकानी एवं उनकी टीम द्वारा उसके लगातार फरमाइश को पूरा करते हुए। जिला चिकित्सालय सिविल सर्जन डॉक्टर सागर एवं चिकित्सक डॉ. पवन माहेश्वरी द्वारा दी गई दवाइयां के असर से महिला के स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हो गया।
मेहनत रंग लाई
समाजसेवी काकानी ने बताया कि सरिता उम्र 55 वर्ष के करीब है। हाई ब्लड प्रेशर की शिकार होकर मनोरोगी बन गई। बेहोशी की हालत में उसे लाया गया था।
अस्पताल में थे सभी परेशान
ऐसी भयंकर उत्तेजित गुस्सैल स्वभाव की महिला सरिता को संभालना आइसोलेशन वार्ड के कर्मचारियों को भी मुश्किल हो रहा था। वह बार-बार समाजसेवी काकानी से इसे जल्दी अन्य जगह भेजने का निवेदन कर रहे थे क्योंकि ऐसी उत्तेजित महिला को रखने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण एवं लगातार तोड़फोड़ और भाग जाने से उनके मन में डर बैठ गया था।
सेवा धाम आश्रम भिजवाने की व्यवस्था की कलेक्टर ने
सकुशल उज्जैन के सेवा धाम आश्रम भिजवाने में कलेक्टर बाथम का हृदय से धन्यवाद दिया गया। मानसिक रोगी महिला को विदा करते वक्त नाश्ता, दवाई, पानी एवं स्नान ध्यान करवा कर नए कपड़े देकर विदा करते वक्त वार्ड में उपस्थित सभी की आंखें भर आई।