उपभोक्ता की परेशानी : एयरटेल इंटरनेट सेवा 3 दिन से बंद, उपभोक्ता परेशान, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

कोई सुनवाई नहीं

सुधार व्यवस्था नहीं…

नियमावली का नहीं हो रहा पालन

हरमुद्दा
रतलाम, 11 अगस्त। पंडित दीनदयाल नगर सेक्टर A में एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर का नेट पिछले तीन दिनों से बंद है। सेवा के नाम पर शून्य, अकर्मण्यता कस्टमर केयर पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शुल्क तो अग्रिम ले लिया जाता मगर सेवा देने में तत्परता नजर नहीं आती है। कस्टमर केयर पर भी ध्यान देने वाला कोई नहीं है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण विनियम की नियमावली का पालन नहीं किया जा रहा है।

हरमुद्दा से चर्चा में उपभोक्ता एवं पत्रकार बृजेश त्रिवेदी ने बताया कि मेरा अनुभव एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर के गुण दोष और सेवाओं को लेकर संतोष जनक नहीं है।  श्री त्रिवेदी ने बताया कि 9 अगस्त शुक्रवार दोपहर 13:00 एक बजे से इंटरनेट सेवा बन्द कर दी गई।

शुरू हुआ शिकायत का सिलसिला

9 अगस्त की प्रथम शिकायत 13:20 पर एयरटेल के 01144444121 फोन नंबर पर दर्ज की गई। उसके पश्चात एयरटेल कंपनी की तरफ से प्रथम संदेश आया। संदेश में उल्लेख किया कि 09/08/24 को 05:16 PM तक सेवाओं के फिर से शुरू होने की उम्मीद कर सकते हैं। हमें हुई असुविधा के लिए खेद है।

यह है कार्य प्रणाली

श्री त्रिवेदी ने बताया कि एयरटेल की ओर से दूसरे संदेश में रात्रि 8:16 सुचारू रूप से होने की बात कही गई किंतु इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की गई। इसी प्रकार से प्रत्येक 3 घंटे में एक नया संदेश जारी कर देते हैं किंतु इंटरनेट सेवा को बहाल नहीं किया जाता है। उसी क्रम में प्रत्येक 3 घंटे में एक नया संदेश जिसमें तीन घंटे पश्चात समय का उल्लेख किया जाता है। 11 अगस्त रविवार रात्रि 20:20 तक इंटरनेट का परिचालन बंद हैं।

अग्रिम राशि का एक मुश्त शुल्क खेद प्रकट सुनने के लिए कराते हैं जमा

एयरटेल यह पता होना चाहिए कि क्या खेद प्रकट सुनने के लिए हमने अग्रिम राशि एक मुश्त शुल्क जमा कराया है। जबकि हमनें इसके बदले निर्बाध संचार सेवा नेट के परिचालन के लिए सुविधा का लाभ मिल सके, इसलिए राशि का भुगतान किया गया।

वहां पर भी कोई सुनवाई नहीं

एयरटेल की अकर्मण्यता व सेवा की शून्यता के चलते इन सबसे परेशान होकर के एक्स X (ट्विटर) के माध्यम से भी सूचना की गई। शिकायत दर्ज की गई लेकिन कोई रिप्लाई नहीं। कोई सुनवाई नहीं। संचार व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।

काम काज ठप

बिना नेट के काम-काज ठप हो गया। कंप्यूटर व लैपटॉप के माध्यम से होने वाले कार्य बिना नेट से पूर्ण तरह बाधित है। छात्र ऑनलाइन क्लास भी अटेंड नहीं कर पाते।

बिल और राशि

एयरटेल अग्रिम जमा राशि में से माह का मासिक शुल्क जीएसटी सहित काट लेता है, लेकिन जितने दिनों तक नेट बंद रहा और वह अपनी सेवाएं नहीं दे पाते उसका भी शुल्क लेते हैं, जो विधि सम्मत नहीं हैं। इस विषय पर कस्‍टमर केयर पर भी बात करने से कोई समाधान नहीं मिलता है।

नियमावली का पालन नहीं

श्री त्रिवेदी का कहना है कि एक्सेस (वायरलाइन और वायरलेस) और ब्रॉडबैंड (वायरलाइन और वायरलेस) सेवा की सेवा गुणवत्ता के मानक विनियम, तय किए गए। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण विनियम द्वारा तय नियमावली के ही विपरीत है। मेरे विषय में यह स्पष्ट की एयरटेल कंपनी नियमावली का पालन नहीं कर रही है।

रुपए लेकर पूरे, सेवा देते अधूरी

भारत सरकार से यह आग्रह करते हैं कि केवल गजट नोटिफिकेशन में नियमावली को प्रकाशित करने से कार्य पूर्ण नहीं होता। निजी संचार कंपनियों ग्राहक से सेवा शुल्क तो पूरा लेती है किंतु सेवाएं नहीं दे पा रही है।

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