देशभक्ति सिखाता है इस्लाम : इन्द्रेश कुमार, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का आयोजन

हरमुद्दा
रतलाम 30 जुलाई। ऊपर वाले ने हमारी पहचान हमारे वतन से बनाई है। वतन के लिहाज से हम सब हिन्दुस्तानी है। यही हमारी पहचान है और कयामत तक रहेगी। कोई यदि कहे कि वंदे मातरम कहना गैर इस्लामिक है तो वह इस्लाम को झुठलाता है। इस्लाम देशभक्ति की शिक्षा देता है।
यह बात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अखिल भारतीय मार्गदर्शक एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता इन्द्रेश कुमार ने कही। वे रंगोली सभा गृह में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की जिला इकाई द्वारा नवभारत निर्माण में हमारी भूमिका विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक एस.के. मुद्दीन, राष्ट्रीय सह संयोजक एवं प्रदेश प्रभारी मोहम्मद फारूख खान तथा विधायक चेतन्य काश्यप विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

यह थे मंचासिन

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शहर काजी सय्यद अहमद अली एवं क्रिश्यिन समाज के पी. धुलिया, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सय्यद अमजद अली, जिला संयोजक इलियास अहमद कुरैशी, भाजपा नेता अजय तिवारी, महिला वाहिनी की प्रदेश प्रभारी शमीम बानो, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा भी मंचासीन रहे।

नेक बनो और ईमान वाले बनो
मुख्य अतिथि श्री कुमार ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से हाथ खड़े करवाकर जय हिन्द एवं वंदे मातरम् के नारे लगवाए और कहा कि इस्लाम धर्म की एक ही शिक्षा है नेक बनो और ईमान वाले बनो। इस्लाम में कट्टरता को कहीं तरजीह नहीं दी गई है।

देश की तरक्की में हर व्यक्ति दें योगदान
विशिष्ठ अतिथि श्री मुद्दीन ने कहा कि देश की तरक्की में हर व्यक्ति को योगदान देना चाहिए। श्री फारूख खान ने मुस्लिमों से आह्वान किया कि भाईचारे से तरक्की का मार्ग प्रशस्त करें।

एकजुटता जरूरी
विधायक श्री काश्यप ने भी एकजुटता पर जोर देते हुए हर वर्ग के सहयोग से देश को आगे ले जाने की बात कही। इस अवसर पर मंच की और से सभी अतिथिगणों का स्वागत सम्मान किया गया। स्वागत भाषण जिला संयोजक श्री कुरैशी ने दिया। संचालन सय्यद अमजद अली ने किया। आभार शेख अजहरूद्दीन ने माना।

यह थे मौजूद
इस दौरान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य इरफान अंसारी, सईद कुरैशी, मुबारिक शैरानी, युनूस ताज, इमरान सुपर, यासीफ ताज, इमरान रहमानी, शाहरूख मंसूरी, रफीक कुरैशी, लतीफ बा, रईस अहमद कुरैशी, समीर खान, सोहेल मंसूरी, आदिल, आमिल, पिपलोदा से एजाजुद्दीन शेख, हाजी शरीफ कादरी आदि मौजूद थे।

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