कश्मीर हमारा अखंड भारत का सिरमौर: जयभारत मंच की प्रादेशिक बैठक में इंद्रेशकुमार ने कहा
हरमुद्दा
रतलाम, 30 जुलाई। जय भारत मंच मध्यप्रदेश की प्रादेशिक बैठक में राष्ट्रीय मार्गदर्शक वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेशकुमार, प्रदेश पालक संतोष जोशी, प्रदेशअध्यक्ष तरुण बियाणी, प्रदेश संगठन मंत्री अर्जुन सिह मेवाड़ा, प्रदेश महामंत्री वीणासोनी, उज्जैन संभाग अध्यक्ष गोपाल सोनी की उपस्थिति में हुई। बैठक में आने वाले दिवस में विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की गई।
अखंडता पर सवाल खड़े करते हैं उन्हें जवाब देना होगा
बैठक में इंद्रेशकुमार ने कहा कश्मीर हमारा अखंड भारत का सिरमौर है,आज पूरे देश मे कुछ भटके हुए विकृत मानसिकता वाले लोग है जो भारत देश की अस्मिता, अखंडता पर सवाल खड़े करते है। उनको जवाब हमको मिलकर देना होगा, हमारा भारत देश अजर अमर है। पाकिस्तान का जन्म सन 1947 में हुआ है। हमारे धर्म गर्न्थो में लिखा हुआ है कि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। पहले भी इसके दो टुकडे हो चुके है।
देशभर में 14 अगस्त को देंगे ज्ञापन
इंद्रेशकुमार ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। हमने मिलकर जनजागरण अभियान चलाया है। 14 अगस्त को पूरे भारत के साथ मध्यप्रदेश में एक साथ पाक अधीकृत जम्मू कश्मीर व चीन द्वारा किए गए अवैध कब्जे को हटाना के लिए धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आयोजित करना है।
सैनिकों के बच्चों के लिए
कौटिल्य एकेडमी इंदौर के डायरेक्टर आसेन्द्र मिश्रा ने सैनिको के लिए विशेष घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में जितने भी सैनिक है, उनके बच्चे अगर हमारी एकेडमी में कॉम्पिटिशन की शिक्षा के लिए जोभी सैनिक परिवार से आएंगे तो उनकी शिक्षा का पूरा खर्च कौटिल्य एकेडमी वहन करेगी।
नवीन पदाधिकारी की हुई घोषणा
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष आसेद्र मिश्रा कौटिल्य एकेडमी डायरेक्टर इंदौर, प्रदेश महामंत्री विनय दुबेला मंदसौर, सुखदेव कालोटी होशंगाबाद, मालवा प्रांत अध्यक्ष पंकज अटल श्री संस्कार एकेडमी डायरेक्टर आगर, शेलेन्द्र पंवार, महामंत्री मालवा प्रान्त, करण शुक्ला महाकौशल प्रान्त अध्यक्ष जबलपुर, आगर मालवा के करण सिंह यादव, प्रदेश मंत्री की मध्यप्रदेश जयभारतमंच मध्यप्रदेश की नवनियुक्ति की गई। पूरे मध्यप्रदेश में जयभारत मंच सैनिक सम्मान व तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। स्वागत भाषण प्रदेश अध्यक्ष श्री बियाणी ने दिया। आभार गोपाल सोनी ने माना।