धर्म संस्कृति : ईश्वरीय सृष्टि से भी श्रेष्ठ समाज की स्थापना की क्षमता ब्राह्मण में
⚫ सर्व ब्राह्मण समाज श्रावणी उत्सव संयोजक पुष्पेंद्र जोशी ने कहा
⚫ विधि विधान के साथ हुआ गंगा आश्रम में श्रावणी उत्सव
हरमुद्दा
रतलाम, 19 अगस्त। ईश्वरीय सृष्टि से भी श्रेष्ठ समाज की स्थापना की क्षमता ब्राह्मण में है। इसीलिए ब्राह्मण को ब्रह्मा का रूप माना जाता है। ब्राह्मण ने स्त्री और पुरुष को पत्नी और पति बनाया। उनकी सन्तान को पुत्र एवं पुत्री बनाया। इस प्रकार माता, पिता ,भाई, बहन, दादा, दादी, नाना, नानी ,मामा, मामी, भुवा,फुफा,काका, काकी पोता,पोती आदी रिश्तों का निर्माण कर और उनके कर्तव्यों का निर्धारण कर एक सभ्य एवं संगठित समाज की स्थापना की। परिणाम स्वरूप धीरे धीरे राम राज्य की स्थापना हुई, जिसका श्रेय ब्राह्मण को जाता है, लेकिन आज जो सामाजिक स्थिति है, उसका जिम्मेदार भी आरक्षण और राजनीति ही है।
यह विचार सर्व ब्राह्मण समाज श्रावणी उत्सव संयोजक पुष्पेन्द्र जोशी ने श्रावणी उपाकर्म के अवसर पर व्यक्त किए। श्री जोशी के नेतृत्व में सोमवार को श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर श्रावणी उपाकर्म का आयोजन सर्व ब्राह्मण समाज के लिए किया गया। श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज के श्री नागेश्वर एकलिंग नाथ महादेव मंदिर गंगा आश्रम पर हुए आयोजन में काफी संख्या में विभिन्न ब्राह्मण समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।
ब्राह्मणों को किया जा रहा है कर्त्तव्य से विमुख
श्री जोशी ने कहा कि ब्राह्मण का कार्य केवल धर्म का विस्तार एवं सदैव सम्पूर्ण समाज के लिए कार्य करना है। समाज का कार्य ब्राह्मण की रक्षा करना है। इसलिए ब्राह्मण सबको रक्षा सूत्र बांधता है, लेकिन अधर्मियों द्वारा सभ्य समाज को नष्ट करने के लिए समाज को ब्राह्मणों के विरुद्ध भड़काकर एवं ब्राह्मणों को अपने कर्तव्यों से विमुख कर अधर्म की स्थापना की जा रही है।
अधर्मियों के षड्यंत्र हो रहे सफल
श्री जोशी ने कहा कि आज ज्यादातर ब्राह्मणों ने गायत्री जाप करना बंद कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप ब्राह्मण विवेक हीन होकर अधर्मियों के षड्यंत्रों को समझ नहीं पा रहा है, जिसमें धर्म कमजोर हो रहा है एवं अधर्म का विस्तार हो रहा है। ब्राह्मणों को चिंतन कर अपने कर्तव्यों का पूर्ण समर्पित भाव से निर्वहन कर समाज में पुनः धर्म को सशक्त बनाना चाहिए।
धार्मिक परंपरा अनुसार हुआ श्रावणी उपाकर्म
सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज के श्री नागेश्वर एकलिंग नाथ मंदिर गंगा आश्रम पर श्रावणी उपाकर्म का आयोजन पं. चन्द्रशेखर जोशी के सान्निध्य एवं स्वामी दिव्यानंद गिरी जी की उपस्थिति मे आयोजित किया गया। दशविध स्नान, पूजन, तर्पण, हवन के साथ संपन्न हुआ।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर पं कृष्ण गोपाल आचार्य, अनिल भट्ट,डॉ आई पी त्रिवेदी, बद्रीलाल शर्मा, सुहास चितले, भूषण बरवे, सुरेश जोशी, गुणवंत व्यास, सत्यदीप भट्ट, महेश जोशी, आदर्श दुबे, विनय पंड्या, भवानी शंकर मोड़, उत्तम शर्मा, शरद शुक्ला, भारत उपाध्याय, अरविंद मिश्रा, अक्षय मेहता, अमित शर्मा, दामोदर शर्मा अखिलेश भट्ट, प्रदीप शिकारी, रामगोपाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में ब्राह्मण जन उपस्थित थे। संचालनकर आभार बृजेन्द्र नंदन मेहता ने माना।।