ग्रामीण मछली पालन करके चलाएं आजीविका

हरमुद्दा
रतलाम 31 जुलाई। मछली पालन आय उपार्जन का अच्छा जरिया है, ग्रामीणजन ऐसे तालाब जहां चार-पांच महीनों तक वर्षा जल भरा रहता है, उनमें मछली पालन कर सकते हैं । साथ ही बलराम तालाब तथा अन्य योजनाओं में निर्मित तालाबों में भी मछली पालन किया जा सकता है। सहायक संचालक मत्स्य बहादुरसिंह डामोर ने बताया कि रतलाम जिले के धोलावाड़ डेम पर स्थित मत्स्य विभाग की हैचरी से कतला, कामन कॉर्प, रोहू, नरेंन मत्स्य प्रजातियों के बीज क्रय कर सकते हैं । मूल्य डेढ़ सौ से दो सौ रुपए प्रति हजार की दर से आकार अनुसार विक्रय किया जाता है । मछली पालन के लिए तालाब पट्टे पर दिए जाते हैं । मत्स्य पालन कम लागत में अधिक आमदनी का सरल साधन है । मत्स्य पालन के लिए विभाग द्वारा ट्रेनिंग भी दी जाती है।

लोक सेवा केंद्रों की अनुबंध अवधि 31 अगस्त तक बढ़ाई गई
रतलाम 31 जुलाई। जिले में संचालित लोक सेवा केंद्रों की अनुबंध अवधि 31 अगस्त तक बढ़ाई गई है । कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा जारी आदेश के अनुसार 31 जुलाई को अवधि समाप्ति वाले रतलाम, आलोट, सैलाना, जावरा, पिपलोदा, ताल, बाजना, रावटी के लोक सेवा केंद्रों के संचालन की अनुबंध अवधि 31 अगस्त 2019 तक बढ़ाई गई है ।

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