सेहत सरोकार : भांति भांति के स्वादिष्ट व्यंजन, फल और सब्जी की रंगोली ने मन मोहा, अधिकारियों के साथ शिकायतकर्ताओं ने लगाए चटकारे
⚫ व्यंजन बनाने वालों की लगी होड़
⚫ कलेक्टर ने देखें और चखे स्वादिष्ट व्यंजन
⚫ व्यंजनों की प्रतियोगिताओं में मारी बाजी
⚫ कानूनी जागरूकता की स्टॉल ने बढ़ाया उत्साह
हरमुद्दा
रतलाम 3 सितंबर। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय का मुख्य द्वार भांति भांति के व्यंजन से महक उठा। व्यंजनों की महक से हर किसी की जीत लप लपा रही थी। चाहे वह अधिकारी हो या फिर शिकायत करने आए जिले भर के लोग। फल और सब्जियों से बनी रंगोली ने सभी का मन मोह लिया। श्यामा सिंघाड़ द्वारा मक्का से बनाए गए पौष्टिक व्यंजन जैसे मक्का की रोटी, सह चटनियां, दाल पानिए इत्यादि ने प्रतियोगिता में बाजी मारी।
महिला एवं बाल विकास विभाग के बैनर तले देश भर में मनाई जा रहे पोषण माह के तहत कलेक्टर राजेश बाथम के मुख्य अतिथि में पोषण मेला सह हब सप्ताह 12 का आयोजन मंगलवार को किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला परियोजना अधिकारी रजनीश सिंहा के निर्देशन में हुए पोषण मेले के प्रवेश द्वार पर विभिन्न सब्जियों और फलों से सुंदर रंगोली बनाई, जो सभी को आकर्षित कर रही थी। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिनस्थ 10 परियोजनाओं के पर्यवेक्षकों द्वारा क्षेत्रीय उत्पाद से विभिन्न पौष्टिक व्यंजन बनाकर मेले की रौनक बढ़ाते हुए ’’पोषण भी, पढ़ाई भी’’ का संदेश उपस्थित समुदाय को दिया। पोषण मेले में जहां एक ओर शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही जनसुनवाई में जिले भर से शिकायत करने आए शिकायतकर्ताओं द्वारा भी विभिन्न पौष्टिक व्यंजन का लुत्फ लिया।
व्यंजनों के साथ मिले कानूनी सलाह
मुख्य अतिथि कलेक्टर बाथम ने पौष्टिक व्यंजनों व हब के लिए बनी स्टॉल को देखा और व्यंजनों का चखा। हब अन्तर्गत् सप्ताह 12 ’’कानूनी जागरूकता सप्ताह’’ पर बनी स्टॉल पर विभिन्न पंपलेट जैसे- साईबर क्राईम से सुरक्षा, महिला हेल्पलाईन नंबर, पीएमएमवीव्हाय 2.0 का कलेक्टर ने अवलोकन कर टीम का उत्साह बढ़ाया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सिन्हा के साथ विभागीय सहायक संचालकों रवीन्द्र कुमार मिश्रा, विनीता लोढ़ा एवं सुश्री अंकिता पण्ड्या, यशोदा राजावत सहित अन्य साथ थे
व्यंजनों के साथ संदेश
पोषण मेले में महिला एवं बाल विकास के विभिन्न लोगो जैसे ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’, ’’मिशन शक्ति’’, ’’महिला बाल विकास’’, ’’पोषण थीम- ’’पोषण भी पढ़ाई भी’’, ’’पोषण मेला’’ पर बनी हाथ से बनी सुसज्जित पतंगों ने उपस्थित अधिकारियो कर्मचारियों को आकर्षित किया।
व्यंजनों ने मारी बाजी
उपस्थित पर्यवेक्षकों द्वारा बनाए गए पौष्टिक व्यंजन की प्रतियोगता में निर्णायक मंडल ने निर्णय देकर हौसला बढ़ाया।
⚫ प्रथम– श्यामा सिंघाड़- स्थानीय उत्पाद से मक्का से बनाए गए पौष्टिक व्यंजन जैसे मक्का की रोटी सह चटनियां, दाल पानिए इत्यादि।
⚫ द्वितीय– नीलम वाघेला- ’’भुट्टे का हलवा’’।
⚫ तृतीय– हेमलता वासेन- ’’मखाणे की खीर’’।
⚫ पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता मे 2 पर्यवेक्षकों का चयन सांत्वना पुरस्कार के लिए भी किया गया। वनिता सिन्धु- ’’भुट्टे का कलाकंद’’ और प्रियंका बैरागी- ’’मल्टीग्रेन मंच्युरीयन’’।
यह रहे मौजूद
मेले में अपर कलेक्टर आर.एस. मण्डलोई, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अनिल भाना, जिला खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल, उपसंचालक सामाजिक न्याय संध्या शर्मा, पिछड़ा वर्ग अधिकारी रश्मि तिवारी, जिला कोषालय अधिकारी रमेश मौर्य, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, आशीष उपाध्याय, नायब तहसीलदार सुश्री प्राची गायकवाड़, सविता राठौर, उपसंचालक कृषि नीलम चौहान, सहायक संचालक जनजातीय कार्य विभाग प्रीति जैन, जिला जनसंपर्क अधिकारी शकील खान, अधीक्षक प्रभाकांत उपाध्याय, नाजीर अनील सोनी, महिला बाल विकास के लिपिक सत्यानारायण जोशी के साथ समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।