हत्या का खुलासा: काका ही निकला भतीजे सुनील का कातिल, आरोपी पिता पुत्र गिरफ्तार
⚫ हत्याकांड में सहयोग किया काका के बेटे भाई ने
⚫ मृतक सुनील पर शराब खोरी करने और गाली देने के आरोप
⚫ पत्नी और बच्चे, सुनील के ससुराल में है 6 माह से
⚫ मां छोटे बेटे के यहां पर है कुछ दिनों से
हरमुद्दा
रतलाम, 16 अक्टूबर। जिले के बड़ावदा मंगलवार की दोपहर में सुनील चौहान का शव उसके घर में मिला था। सूचना पर पुलिस पहुंची जांच पड़ताल की। मौके पर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार भी पहुंच गए थे। पुलिस ने अपने तंत्र की सक्रियता से कुछ ही घंटे में हत्यारे के पास पहुंच गई।पूछताछ हुई तो हत्या का खुलासा हुआ। हत्या को अंजाम देने में सुनील का काका रमेश निकाला। इस कार्य में रमेश के बेटे रवि ने सहयोग किया। काका का घर भी सुनील के पड़ोस में ही था। बताया गया कि सुनील शराब खोरी का आदी था और लड़ाई झगड़ा करता था। गाली गलौज भी करता था। हत्या का प्रकरण दर्ज कर पिता पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बुधवार को हुई प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक ने अमित कुमार ने यह जानकारी देते हो बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा व एसडीओपी जावरा शक्तिसिंह चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बडावदा टीएस डावर के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। एसपी ने बताया कि जब मैं मौके पर गया तब वहां की स्थिति को देखते हुए जांच के तीन-चार बिंदु बताए थे। उसमें से शराब खोरी बिंदु की तरफ जांच सही पाई गई।
पारिवारिक विवाद में पत्नी और बच्चे चले गए थे सुनील के ससुराल
पूछताछ में पता चला पारिवारिक विवाद के चलते मृतक सुनील पिता मदनलाल चौहान (36) की पत्नी और उसकी एक छोटी बेटी के साथ ससुराल इंदौर में पिछले कुछ माह से रह रही है। सुनील का एक भाई अंकित चौहान भी इंदौर में ही नौकरी करता है। सुनील ढाबे पर खाना बनाने का कार्य करता था। सुनील के पास उसकी मां बाई और बड़ी बेटी रहते थे। अंकित के पास मां और भतीजी कुछ दिन पहले ही इंदौर गए थे। जब सुनील 2 दिन तक ढाबे पर काम करने नहीं गया तो उसकी पूछताछ हुई। मां को फोन लगाया। मां ने ढाबे के कर्मचारियों से कहा कि घर जाकर देखो। तब सुनील घर पर मृत अवस्था में पड़ा था। अंकित ने ही रिपोर्ट दर्ज करवाई।
परेशान करता था इसलिए कर दी हत्या
पूछताछ में कातिल काका रमेश (46) पिता देवीसिंह चौहान जाति भील ने बताया कि 13 अक्टूबर की रात को तकरीबन 1 बजे वह और उसका बेटा रवि (25) निवासी बड़ावदा वार्ड क्रमांक 5 सुनील के घर गए। प्लास्टिक के लचीले पाइप से भतीजे का गला घोट दिया। इस कार्य में बेटे रवि ने भी सहयोग किया और फिर दरवाजा अटका कर दोनों घर आ गए। बुधवार को ए पीएम रिपोर्ट में भी चिकित्सकों ने सुनील की मौत गला घोटने से हुई बताया गया। कातिल रमेश ने बताया कि सुनील शराब पीकर अनाप-शनाप बोलता था। लड़ाई करता था। परेशान करता था। इसलिए उसने बेटे के साथ मिलकर ऐसा कृत्य कर दिया। पुलिस ने आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से लचीला पाइप भी जब्त किया है।
इनका रहा सराहनीय सहयोग
पिता पुत्र आरोपी को गिरफ्तार करने और पूछताछ में निरीक्षक टी.एस.डावर थाना प्रभारी बड़ावदा, उप निरीक्षक जे.सी.कुमावत, राजेश मालवीय, एम.एल.दसोरिया, प्रधान आरक्षक अलेक्जेण्डर राय, राजेश पानोला, आरक्षक गोपालसिंह, बालुसिंह की सराहनीय भुमिका रही ।