मां का दूध शिशु के लिए सम्पूर्ण आहार: डॉ. हरित
हरमुद्दा
नीमच 3 अगस्त। मां का दूध बच्चें के लिये संपूर्ण आहार है। जन्म के तुरन्त बाद मां का दूध पीला व गाढ़ा होता है। तीन दिन तक स्रावित होने वाला यह दूध-खीस (कोलेस्ट्रम) नवजात शिशु के लिए लाभदायक होता है। जन्म के तुरन्त बाद स्तनपान नवजात शिशु का प्रथम टीका है। एन.एस.एस., होमसाईन्स एवं अन्य छात्राओं की सामाजिक जिम्मेदारी हैं कि वे अपने आस-पास समाज में जन्म के तुरन्त बाद मां द्वारा बच्चें को स्तनपान करने हेतु समझाईश दे।यह विचार डॉ. मीना हरित, प्राचार्य स्व सीताराम जाजू कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने व्यक्त किए। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत एन.एस.एस./होमसाईन्स की छात्राओं एवं महाविद्यालय की युवतियों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोंगिता हुई। कार्यशाला के प्रारम्भ में जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय भारद्वाज ने विश्व स्तनपान सप्ताह के अन्तर्गत होने वाले कार्यक्रमों जानकारी दी।
इनका रहा सहयोग
कार्यशाला में डॉ. रश्मि हरित गृह विद्यान प्रभारी, डॉ.’ रश्मि वर्मा, एन.एस.एस. प्रभारी, डॉ. साधना सेवक, डॉ. स्मिता मंडलोई, विनोद जावरिया, दीपिका नामदेव, योगेश साहू ने सहयोग दिया। संचालन सुभाष गवई ने किया।