सामाजिक सरोकार : माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय की परीक्षा शुल्क वृद्धि का विरोध

बीच सत्र में अचानक की गई परीक्षा फीस वृद्धि ने छात्रों और संचालकों के बीच बनी तनाव की स्थिति

300 संस्थान संचालकों ने सौंपा ज्ञापन

विश्वविद्यालय में सालों से एक ही जगह जमे अधिकारियों के खिलाफ भी फूटा गुस्सा

हरमुद्दा
भोपाल, 25 अक्टूबर। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा बीच सत्र में परीक्षा शुल्क वृद्धि के खिलाफ प्रदेश के करीब 300 से अधिक संबद्ध संस्थानों के संचालकों ने बिशन खेड़ी स्थित विश्वविद्यालय परिसर में ज्ञापन सौंपा।

यह ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम उप कुलसचिव को दिया गया, जिसमें संचालकों ने परीक्षा शुल्क वृद्धि को वापस लेने एवं वर्षों से एक ही डिपार्टमेंट में जमें अधिकारियों को उस डिपार्टमेंट से हटाने की मांग की।

बीच सत्र में अचानक की गई परीक्षा फीस वृद्धि ने छात्रों और संचालकों के बीच बनी तनाव की स्थिति

माखनलाल एसोसिएटेड स्टडी इंस्टीट्यूट (ASI) निदेशक कल्याण सोसायटी के अध्यक्ष पंकज ने बताया कि बीच सत्र में की गई परीक्षा फीस वृद्धि के कारण छात्र-छात्राओं और केंद्र संचालकों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसी के विरोध में संस्थान संचालकों ने कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपकर छात्र हित में निर्णय लेने की अपील की। ज्ञापन सौंपने के बाद उपकुल सचिव ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय जल्द ही संगठन की मांगों पर विचार कर छात्र हित में उचित कदम उठाएगा। बीच सत्र में अचानक की गई परीक्षा फीस वृद्धि ने छात्रों और संचालकों के बीच तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। संचालकों का कहना है कि इस प्रकार की वृद्धि से छात्रों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

समस्याएं सुन एवं शीघ्र ही समाधान का दिया आश्वासन

विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया जा रहे डिप्लोमा कोर्स को शासकीय सेवाओं में अनिवार्य करवाने के लिए भी उचित कार्यवाही की मांग की गई। इस दौरान मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर्स ने अपनी समस्याएं रखी। रजिस्ट्रार एवं निदेशक एएसआई द्वार संस्थान के संचालक की समस्याएं सुनी एवं शीघ्र ही उसके समाधान का आश्वासन भी दिया।

डिपार्टमेंट में सालों से एक ही जगह जमे अधिकारियों के खिलाफ भी फूटा गुस्सा

संगठन के माध्यम से विश्वविद्यालय में कई सालों से एक ही डिपार्टमेंट में जमे अधिकारियों के खिलाफ भी नाराजगी दर्ज की गई। परीक्षा विभाग के अधिकारी राजेश पाठक की हठधर्मिता के चलते संगठन और विश्वविद्यालय के बीच में कई बार तनाव की स्थिति बनी है। हर बार विरोध के बाद कुलपति ने छात्र हित में निर्णय लिए हैं। परीक्षा विभाग के अधिकारी पाठक द्वारा कई बार कुलपति जी तक गलत जानकारी भेजने का भी आरोप लगा है। परंतु उच्च अधिकारियों ने हमेशा छात्र हित में निर्णय लिए हैं।

यह थे मौजूद

ज्ञापन सौंपते समय विश्वविद्यालय के उपकुल सचिव सहित अविनाश बाजपेई, बबीता अग्रवाल (ASI), संगठन के उपाध्यक्ष विनोद आदित्य तिवारी, सचिव नंदन जोशी, सह-सचिव प्रदीप साहनी, कोषाध्यक्ष सुधीश नायर और संगठन मंत्री सिद्धार्थ शेखर अग्रवाल के साथ बड़ी संख्या में संबद्ध संस्थाओं के निदेशक और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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