कला सरोकार : वक्तृत्व, वाद विवाद, लघु नाटिका, नाटक, एकल नृत्य, समूह नृत्य, व्यंग चित्र और कोलाज प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने दिया प्रतिभा का परिचय
⚫ कन्या महाविद्यालय में जिला स्तरीय युवा उत्सव
⚫ जिले के विभिन्न महाविद्यालय से आए प्रतियोगी विद्यार्थी
⚫ महाविद्यालय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विजेता रही छात्राओं का किया सम्मान
हरमुद्दा
रतलाम, 11 नवंबर। शासकीय कन्या महाविद्यालय में जिला स्तरीय युवा उत्सव की शुरुआत सोमवार से हुई। कन्या महाविद्यालय में 22 में से 16 विधाओं की प्रतियोगिता हो रही है जिसमें जिले के विभिन्न महाविद्यालय की प्रतियोगी विद्यार्थी शामिल हुए । उत्सव की शुरुआत में वक्तृत्व, वाद विवाद, लघु नाटिका, नाटक, एकल नृत्य, समूह नृत्य, व्यंग चित्र और कोलाज प्रतियोगिता सोमवार को आयोजित की गई। प्रतियोगी विद्यार्थियों ने शामिल होकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
युवा उत्सव की नॉडल अधिकारी एवं संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. बी. वर्षा ने बताया शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतलाम में जिला स्तरीय युवा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन, अतिथियों एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेश कटारिया द्वारा किया गया। संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।
महाविद्यालय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विजेता रही छात्राओं को अतिथियों के द्वारा प्रमाण पत्र वितरित कर सम्मानित किया गया।
22 में से 16 विधाएं महाविद्यालय में आयोजित
डॉ. वर्षा ने बताया कि इस वर्ष शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 22 में से 6 विधाओं को छोड़कर बाकी 16 विधाएं महाविद्यालय में आयोजित की जा रही है जिसमें – वक्तृत्व, वाद विवाद, लघु नाटिका, नाटक, एकल नृत्य, समूह नृत्य, व्यंग चित्र और कोलाज प्रतियोगिता सोमवार को आयोजित की गई। 14 नवंबर को चित्रकला, एकल वादन (परकुशन), एकल वादन (नॉन कुशन), एकल पाश्चत्य गायन, समूह पाश्चत्य गायन,एकल गायन शास्त्रीय,भारतीय समूह गायन , भारतीय सुगम संगीत विधाएं आयोजित होंगी।
जिले के विभिन्न महाविद्यालय से आए प्रतियोगी विद्यार्थी
जिला स्तरीय युवा उत्सव में विभिन्न महाविद्यालय से छात्र-छात्राओं की टीम कन्या महाविद्यालय में पहुंची जिसमें जावरा महाविद्यालय सैलाना, बाजना, डॉ कैलाश नाथ काटजू विधि महाविद्यालय रतलाम,अरिहंत महाविद्यालय नामली एवं ताल महाविद्यालय से प्रतिभागी उपस्थित हुए।
कलात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन करती है अभिरुचि
कार्यक्रम के निर्णायक, वरिष्ठ रंगकर्मी ओ.पी. मिश्रा ने कहा के युवा उत्सव के माध्यम से युवा की सांस्कृतिक, बौद्धिक विधाओं में भागीदारी कर छात्राएं अपनी श्रेष्ठ से श्रेष्ठतम अभिरुचि और कलात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन और विकास करती हैं।
व्यक्तित्व विकास में सहायक है पाठ्येतर गतिविधियां
कार्यक्रम के द्वितीय निर्णायक आशीष दशोत्तर ने कहा कि सभी छात्राओं को अध्ययन के साथ-साथ सभी गतिविधियों में भागीदारी करनी चाहिए, जिससे उनके व्यक्तित्व में सर्वांगीण विकास हो सकता है। युवा उत्सव आमतौर पर थीम पर आधारित होते हैं जो कला, शिक्षा या सामाजिक विषयों पर केंद्रित होते हैं एवं छात्राओं के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और उनकी पाठ्यचर्या गतिविधि के संबंध में उनकी क्षमताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लाने के लिए महाविद्यालय में आयोजित किया जाता है।
दृढ़ इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास दिलाता है मंजिल
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कटारिया ने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास युवाओं को अपनी मंजिल दिलाने में सहायक होता है । संगठन और कर्म की भावना हर किसी में होनी चाहिए तभी वह व्यक्तित्व का विकास कर राष्ट्र का विकास कर सकता है। युवा उत्सव में होने वाली प्रतियोगिता में प्रत्येक प्रतिभागी में ऊर्जा का प्रवाह होता है।
दल प्रबंधकों का किया स्वागत
प्राचार्य श्री कटारिया ने सभी प्रतिभागियों को आशीर्वचन एवं शुभकामनाएं दी एवं विभिन्न महाविद्यालयों के दल प्रबंधको का स्वागत किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक गण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। संचालन डॉ. अनामिका सारस्वत ने किया। आभार डॉ. रोहित चावरे ने माना।