सामाजिक सरोकार : कला, साहित्य, संस्कृति के त्रिवेणी समागम में बिखरी मालवा की महक
⚫ शहर में साहित्यिक, सांस्कृतिक आयोजन के लिए भवन उपलब्ध करवाने की मांग
⚫ संस्था प्रमुख का किया सम्मान
हरमुद्दा
रतलाम, 11 नवंबर। मालवांचल की संस्थाओं का दीपावली मिलन समारोह कला, साहित्य, संस्कृति के त्रिवेणी समागम के रूप में सानंद संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अभूतपूर्व सफलता ने रतलाम के इतिहास में में एक मिसाल कायम कर दी। यह गरिमामय कार्यक्रम राजाभोज जन् कल्याण सेवा समिति ने श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग में आयोजित किया गया।
यह जानकारी देते हुए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह पॅंवार ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारम्भ द्वीप प्रज्ज्वलन से हुआ जिसमें जी.जी. सिंह आम्बा, विष्णु बैरागी, कैलाश व्यास, डॉ प्रदीपसिंह राव, डॉ सुलोचना शर्मा , सुशील छाजेड़ के करकमलों से हुआ।
तत्पश्चात अवनी व्यास ने सुमधुर सरस्वती प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित शहर एस डी एम अनिल भाना का स्वागत संस्था अध्यक्ष श्री पॅंवार ने अंगवस्त्र भेंट कर किया। श्री पंवार ने श्री भाना को संकल्प पत्र की प्रति सौंपकर शहर में साहित्यिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भवन उपलब्ध करवाने की मांग रखी।
तो निश्चित आएंगे बेहतर परिणाम
कार्यक्रम के संयोजक नरेन्द्रसिंह डोडिया ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि सक्रिय संस्था किसी भी अन्य संस्था की प्रतिद्वंद्वी न होकर यदि एक दूसरे की पूरक होकर कार्य करें तो निश्चित ही अच्छे परिणाम आएंगे । इस कार्यक्रम सफल आयोजन इसी बात का सूचक हैं।
संस्थाओं की सक्रिय मौजूदगी ने की उद्देश्य की पूर्ति
इस अभिनव आयोजन को लेकर राजा भोज जन् कल्याण सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पॅंवार ने कहा कि मालवांचल की कला, साहित्य एवं सांस्कृतिक संस्थाओं की अपनी सक्रिय उपस्थित ने समारोह आयोजित करने के उद्देश्य की पूर्ति की है। समारोह में अंचल के कलाकारों ने साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
सामाजिक संस्थाओं की उपस्थिति रही
सहभागिता करने वाली प्रमुख संस्थाओं में
श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग रतलाम से पदाधिकारी धर्मेन्द्रसिंह बागेड़ी एवं अजीतसिंह चुंडावत, महाराजा श्री रतनसिंहजी बलिदान दिवस समारोह से श्री धीरेन्द्रसिंह राठौर, डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन शोध संस्थान से श्रीमती शोभना तिवारी, युगबोध नाट्य कला मंच से ओ पी मिश्र, शिक्षक सांस्कृतिक मंच से दिनेश शर्मा एवं के सी ठाकुर, सुनें-सुनाएं से विष्णु बैरागी, जनवादी लेखक संघ से रणजीत सिंह राठौर, तुलसी साहित्य अकादमी एवं यज्ञ मां कला निकाय से सुश्री खुशबू सोनी, महक संस्था श्री मोड़ीराम, अनूभूति संस्था से मोहन परमार, पाठक मंच से श्रीमती रश्मि पाठक, स्वर्गीय अरुण भार्गव स्मृति हिन्दी प्रचार प्रसार समिति के डॉ. मुनीन्द्र कुमार दुबे, सुषमा साहित्य संस्था से श्री यादव, स्वर्गीय जयकिरण स्मृति संस्था बड़नगर से नितेश जोशी, अनुनाद संगीत संस्था से अजीत जैन, वनमाली सृजनपीठ जिला शाखा रतलाम से आशीष दशोत्तर, स्वर श्रृंगार से संजय परसाई सरल, व्योम फिल्म निर्माण संस्था से मुकेश व्यास, राठौर फिल्म निर्माण संस्था सैलाना से राजेन्द्रसिंह राठौर, कवच फिल्म निर्माण नरेन्द्र शर्मा, झाबुआ फिल्म निर्माण से रितेश बैरागी, अंतरंग भजन मंडल, टेलेंट आफ रतलाम, नीला दरिया से अलक्षेन्द्र व्यास, फोटो ग्राफी कला से प्रमुख राकेश पोरवाल, लगन शर्मा और दिलीप सिंह राजावत उपस्थित थे, जिनका सम्मान संस्था अध्यक्ष श्री पंवार ने प्रशस्ति-पत्र एवं लिटरेचर फोल्डर भेंट कर किया।
इनकी रही उपस्थिति
विशेष उपस्थिति ध्रुवेन्द्रसिंह जोधा, शोध अधिकारी डॉ. वाकणकर शोध संस्थान भोपाल की रही। कार्यक्रम को बेहद सुन्दर, आकर्षक एवं जीवंत बनाने में श्री सज्जन क्षत्रिय समाज परिषद राजपूत बोर्डिंग रतलाम एवं त्रिवेदी आर्ट्स मूर्ति कला का विशेष सहयोग रहा। राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति द्वारा आगामी वर्ष में सभी संस्थाओं के सहयोग से “मालवा लिटरेचर कार्यक्रम” आयोजित करने की रुपरेखा प्रस्तावित की। संचालन नरेन्द्र त्रिवेदी,आशीष दशोत्तर एवं धीरेन्द्रसिंह सरवन ने किया। आभार प्रदर्शन प्रो. दिनेश राजपुरोहित ने माना।