खेल सरोकार : खेल भावना का विकास ही सिखाता है खेल
⚫ कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा
⚫ रजत जयंती वर्ष में भव्य स्वरूप में होगा क्रीड़ा भारती एवं चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित खेल चेतना मेला
⚫ स्कूल संचालकों एवं प्राचार्यों की हुई बैठक
हरमुद्दा
रतलाम, 02 दिसंबर। क्रीड़ा भारती एवं चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित खेल चेतना मेला इस वर्ष रजत जयंती मनाएगा। 25वां खेल चेतना मेला की तैयारियों के संबंध में फाउंडेशन अध्यक्ष एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने स्कूल संचालकों एवं प्राचार्यों की बैठक ली। इसमें 20 से 23 दिसंबर तक आयोजित होने वाले खेल चेतना मेला में अधिक से अधिक बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
फाउंडेशन अध्यक्ष एवं मंत्री श्री काश्यप ने कहा कि खेल चेतना मेला जब से शुरू किया है, तब से उसका मुख्य उद्देश्य अनुशासन और खेल भावना का विकास करने का रहा है। अनुशासन तो क्लास में भी सीखा जा सकता हैं लेकिन खेल भावना का विकास खेल ही सिखाता है। यह भावना निरंतर प्रयास करने से विकसित होती है और बच्चों के जीवन में संस्कार के रूप में रोपित हो जाती है। हर खेल का अंत हार से या जीत से होता है। हार से ही बच्चा अगली बार जीतने के लिए सीख लेता है। अवसाद से मुक्ति दिलाना है तो खेलों में रुचि रखना बहुत आवश्यक है। इस संस्कार को डालने का यदि कोई पहला स्थान है तो वह स्कूल है। खेल मेले का उद्देश्य एक ही है, खेल की भावना का बीजारोपण हो। श्री काश्यप ने कहा कि स्कूल प्रबंधन बच्चों को जिस खेल में रूचि हो, उस हिसाब से टीम बनाएं। खेल चेतना मेला में अधिक से अधिक बच्चे सहभागिता करेंगे तो, इसका उद्देश्य पूर्ण हो जाएगा।
यह थे मंचासीन
इस अवसर पर जिला भाजपा प्रभारी प्रदीप पांडे्य, जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, आयोजन समिति सचिव मुकेश जैन, क्रीड़ा भारती सचिव अनुज शर्मा मंचासीन रहे।
रजत जयंती वर्ष में खेल मेला गर्व की बात
जिला प्रभारी प्रदीप पांडेय ने कहा कि खेल चेतना मेला का रजत जयंती वर्ष में आयोजित होना गर्व की बात है। मंत्री श्री काश्यप प्रतिदिन समाज में कोई न कोई ऐसा प्रयास करते रहते है जो आनंद देता है। खेल चेतना मेला भी ऐसा ही सद्प्रयास है।
खेल चेतना मेल से ही कई खिलाड़ी पहुंचे राष्ट्रीय स्तर तक
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि 25 वर्ष पहले मंत्री श्री काश्यप जी द्वारा जो पौधा रोपा गया था, वह आज युवावस्था में है। खेल चेतना मेला का रजत जयंती मनाना सबके लिए बड़ी उपलब्धि है। बच्चा कम उम्र से ही मैदान तक आएगा तो वह आगे तक मैदान से जुड़ा रहेगा। खेल चेतना मेला के कई खिलाड़ी आज राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में खेल कर शहर का गौरव बढ़ा रहे है। बैठक का संचालन सचिव मुकेश जैन ने किया जबकि आभार क्रीड़ा भारती के सचिव अनुज शर्मा ने माना।