सामाजिक सरोकार : कर्मयोग और वेद पुराणों के ज्ञान से ही मानव विकास संभव
⚫ कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा
⚫ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्रीद्वय जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ल सहित अन्य मंत्रीगण एवं जनप्रतिनिधि रहे उपस्थित
⚫ पांच हजार आचार्यों ने गीता का सस्वर पाठ कर गिनीज बुक में नाम दर्ज किया
हरमुद्दा
भोपाल, 11 दिसंबर। भोपाल के ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्रीद्वय श्री जगदीश देवड़ा, श्री राजेंद्र शुक्ल, भोपाल के प्रभारी एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चेतन्य कुमार काश्यप सहित प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद शर्मा, मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, धर्मेंद्र सिंह लोधी, विधायक भगवानदास सबनानी, रामेश्वर शर्मा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, साधु-संत, आमजन उपस्थित रहे।
मंत्री श्री काश्यप ने मुख्यमंत्री को कर्मयोगी बताते हुए कहा कि भगवत गीता ही ऐसा ग्रंथ है, जिसकी जयंती मनाई जाती है। प्रदेश सरकार ऐसे कई जन हितैषी कार्य और योजनाएं संचालित कर रही है, जिनसे कर्मयोग का संदेश साकार हो रहा है। गीता जयंती पर ही मोहन सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हुआ है। इसी के उपलक्ष में आज 11 दिसंबर से मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान और जन कल्याण पर्व प्रारंभ हुआ है। जन कल्याण अभियान 26 जनवरी 2025 तक चलेगा जबकि जन कल्याण पर्व का समापन 26 दिसंबर 2024 को होगा। इस अभियान के तहत राज्य सरकार द्वारा संचालित 76 से अधिक योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को पहुंचाने के लिए सरकार घर-घर दस्तक देगी। इसी समारोह में मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से लाड़ली बहनों को 1250 रुपये के हिसाब से 1576 करोड़ रुपये और गैस सिलेण्डरों के 350 करोड़ रुपये अंतरित किये।
इस विराट आयोजन में लगभग पांच हजार पंडित-आचार्यों ने एक साथ सस्वर गीता के श्लोकों का पाठ कर विश्व कीर्तिमान बनाया, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। समूचे प्रदेश में गीता जयंती कार्यक्रमों का आयोजन कर मोहन सरकार भगवान श्री कृष्ण के कर्मयोग के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है, क्योंकि कर्मयोग और वेद पुराणों में समाहित ज्ञान से ही मनुष्य का विकास संभव है।