खेल सरोकार : शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होते हैं खेल

अतिथि डॉक्टर गोपाल मजावदिया ने कहा

श्रीमातृ विद्या मंदिर विद्यालय में खेल उत्सव का दूसरा दिन

विद्यार्थियों में छाया उत्साह

हरमुद्दा
रतलाम, 27 दिसंबर। खेल ही जीवन है। खेलों के माध्यम से व्यक्तित्व का विकास होता है। ये हमारे शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक है। विद्यालय के मैदान में अभिभावकों की उपस्थिति बच्चों के उत्साह को दोगुना करती है।

श्री अरविन्द मार्ग स्थित श्रीमातृ विद्या मंदिर विद्यालय में चल रहे खेल उत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि पूर्व क्रीड़ा अधिकारी डॉ. गोपाल मजावदिया ने यह बात कही। 

किया अतिथियों का स्वागत

अतिथि का स्वागत करते हुए

प्रारम्भ में शिक्षा समिति की उपाध्यक्ष विनिता ओझा और संजय ओझा ने श्रीमाँ और श्रीअरविन्द के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित किए। अतिथि परिचय शिक्षा समिति अध्यक्ष मणीन्द्र तिवारी ने दिया। निशा जोशी, रितु लिम्बोदिया ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन विशाखा सुभेदार व भावना शर्मा ने किया।

सिक्का उछलते हुए
खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए

हार्मनी टीम विजेता

खेल उत्सव के दूसरे दिन विद्यालय की ‘एसपीरेशन’ और ‘हार्मनी’ क्रिकेट टीम का फायनल मैच हुआ। इसमें ‘हार्मनी’ टीम विजेता रही। अतिथियों ने विजेता टीम को ट्राफी प्रदान की। दूसरे दिन 100 मीटर रेस, रिले रेस, कब्बड्डी, डोज़ बॉल और बोरा रेस खेलों का आयोजन हुआ। इसमें निर्णायक पारस महावर व खेल प्रशिक्षक जय मंडवार की भूमिका महत्वपूर्ण रही।

ये रहे मौजूद

विजेता खिलाड़ियों के अतिथि

खेल उत्सव के दूसरे दिन विद्यालय प्रांगण में प्राचार्य लोकेन्द्र सिंह सिसौदिया सहित ओरो आश्रम व शिक्षा समिति के बी.एल शर्मा, सतीश पंड्या, नारायण चौऋषि, चंद्रप्रभा चौऋषि, श्रेयस चौऋषि, महेश बैरागी, यशपाल तंँवर, राघवेन्द्र तंँवर, करुणा तंँवर, ऋतम् उपाध्याय, अमीत श्रीवास्तव ,सत्यांश ओझा आदि उपस्थित रहे।

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