साहित्य सरोकार : गीतकार नीरज स्मृति समारोह में यादें हुई ताज़ा

वनमाली सृजन केन्द्र के आयोजन में संस्मरण और गीतों की प्रस्तुति

हरमुद्दा
रतलाम, 23 मार्च। सुप्रसिद्ध गीतकार रहे गोपाल दास ‘नीरज’ के जन्मशती प्रसंग पर ” नीरज की यादें , नीरज की बातें और नीरज के गीत ” कार्यक्रम वनमाली सृजन केंद्र रतलाम द्वारा संस्था हम लोग, अनुनाद, राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति और युगबोध की सहभागिता आयोजित किया गया।

सत्तर वर्षों तक मंच से अपने गीतों के ज़रिए करोड़ लोगों के दिलों में जगह बनाने और साहित्य के दामन को कभी न छोड़ने वाले गीतकार नीरज जी का यह जन्मशती वर्ष है । इस वर्ष के तहत ” मुझको याद किया जाएगा ” शीर्षक से यह कार्यक्रम में कवि नीरज से जुड़े संस्मरण भी साझा हुए । उनके साहित्यिक जीवन पर कुछ बातें हुई और उनके लिखे गीतों को गुनगुनाया गया।

दी नीरज के प्रसिद्ध गीतों की अभिव्यक्ति

प्रो. रतन चौहान स्मृतियों को ताजा करते हुए
विष्णु बैरागी विचार व्यक्त करते हुए
रंगकर्मी कैलाश व्यास संस्मरण सुनाते हुए
आशीष दशोत्तर नीरज जी की बातें बताते हुए
लगन शर्मा विचार व्यक्त करते हुए
धमचक मुलथानी संबोधित करते हुए

नीरज की स्मृतियों को नीरज के साथ कई बार मंच साझा कर चुके वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. अज़हर हाशमी  ने ताजा किया। इंदौर के वरिष्ठ अभिभाषक बी.एल. पावेचा, वरिष्ठ रंगकर्मी कैलाश व्यास, कवि धमचक मुलथानी, चिंतक विष्णु बैरागी और छायाकार लगन शर्मा ने भी संस्मरण सुनाए । नीरज जी के साहित्यिक अवदान पर  वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. रतन चौहान एवं डॉ. शोभना तिवारी ने प्रकाश डाला। नीरज के सुप्रसिद्ध गीतों की अभिव्यक्ति नीरज की अनेक रचनाओं को कंठस्थ करने वाले विनोद झालानी, वरिष्ठ रंगकर्मी ओमप्रकाश मिश्र, रंगकर्मी श्याम सुंदर भाटी,  युवा गायिका अवनि उपाध्याय एवं रिदम मिश्रा ने दी।

आयोजन को बनाया सार्थक

वनमाली सृजन केन्द्र रतलाम के अध्यक्ष आशीष दशोत्तर, हम लोग के अध्यक्ष सुभाष जैन, अनुनाद के अध्यक्ष अजीत जैन, राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति के नरेन्द्र सिंह डोडिया, युगबोध के अध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्र ने आयोजन को सार्थक बनाया। इस दौरान नीरज के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया। कार्यक्रम में सुधिजन मौजूद थे।

फोटो : लगन शर्मा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *