श्री पार्श्वनाथ सेवा समिति के 60 वर्ष पूर्ण होने पर हुआ महोत्सव: मोक्षमार्गी के लिए शरीर को पूजन, तप, सामयिक के द्वारा तपाए: आचार्यश्री
हरमुद्दा
रतलाम,15 सितंबर। जिस प्रकार सोने को तपाएं बिना उसे सुंदर आभूषण का आकार नहीं दिया जा सकता है। उसी तरह आत्मा को मोक्षमार्गी बनाने के लिए शरीर रूपी धातु को पहले प्रतिक्रमण, पूजन, तप, सामयिक के द्वारा तपना पड़ेगा। इसी के माध्यम से आत्मा को मोक्षमार्गी बना सकते है।
यह विचार आचार्य अशोक सागर सूरीश्वरजी म.सा. ने सैलाना वालों की हवेली धर्मसभा में व्यक्त किए। यहां पर श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई श्री संघ एवं श्री ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वेताम्बर पेढ़ी ट्रस्ट की संस्था श्री पार्श्वनाथ सेवा समिति की चर्तुविद्य संघ रूप जिनशासन की सेवा भक्ति, प्रभावना परायण के 60 वर्ष पूर्ण होने पर महोत्सव में हुआ।
जीवन में लक्ष्य निर्धारित करना जरूरी
महोत्सव में आचार्य श्री ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए। हमारा लक्ष्य संसार चक्र से छुटकारा पाना है। संसार चक्र से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति अनंत काल से भटक रहा है। इससे मुक्ति के लिए हमें शरीर को तपाना पड़ेगा, जिसको अपने जीवन का लक्ष्य पता रहता है। वह तप त्याग का जीवन जीता है।
50 साल तक रहे अध्यक्ष वाघमार किया बहुमान
सैलाना वालों की हवेली में हुए पांच दिवसीय प्रभु भक्ति महोत्सव में समिति के दिवगंत 50 वर्ष तक अध्यक्ष रहे मांगीलाल वाघमार का बहुमान पुत्र अभय लुणिया, शैतानमलजी नाहर, सुंदरलाल राणावत, नानालाल कांसवा, भंवरलाल कांसवा, नाथुलाल गुगलिया, केशरीमल मूणत एवं वर्तमान अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाड़ का भगवान नागेश्वर पार्श्वनाथ के चित्र, शॉल श्रीफल, कंकू तिलक लगाकर समिति सदस्यों द्वारा बहुमान किया गया।
वरिष्ठजनों का किया बहुमान
आयोजन में वर्तमान समिति की कार्यकारिणी सदस्यों का, संघ अध्यक्ष आदि वरिष्ठजनों बहुमान किया गया। इस अवसर पर 36 दिवसीय कण्ठाभरण तप, अटठई तप (8 दिवसीय उपवास) वर्षीतप तपस्विओं का बहुमान किया गया।
बच्चों की रथ यात्रा निकलेगी 22 सितंबर को
श्रीसंघ ने बताया कि शनिवार 22 सितंबर को बच्चों की भव्य रथयात्रा गुजराती उपाश्रय से निकलेगी। पूज्य श्री की निशा में अतिप्राचीन बिबड़ौद तीर्थ में विजय दशमी 48 दिवसीय उपधान पूज्यश्री की निश्रा में प्रारम्भ होगा।
हुआ स्वामी वात्सल्य
रविवार को श्री पार्श्वनाथ सेवा समिति द्वारा सैलाना वालों की हवेली ( मोहन टॉकिज) में पांच दिवसीय प्रभु भक्ति महोत्सव में पधारे समस्त धर्मालुजनों का स्वामीवात्सल्य करवाया गया। संचालन मुकेश बम्बोरी ने किया। आभार मोहनलाल कांसवा ने माना।