10 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ में आया तेंदुआ

🔳  तेंदुए ने किया 2 ग्रामीणों को घायल

🔳  उज्जैन से आया दल

🔳  सुबह से दहशत में थे ग्रामीण

🔳  कलेक्टर व एसपी भी पहुंचे मौके पर

हरमुद्दा
पिपलौदा/ रतलाम, 29 नवंबर।
सुबह से शाम तक गांव में दहशत का माहौल रहा।तेंदुए को पकड़ने में रतलाम वन विभाग का दल नाकाम रहा। उज्जैन से विभाग का दल आया और कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार तेंदुए को कब्जे में कर लिया गया। योजनाबद्ध तरीके से तेंदुए को पकड़ लिया गया। दस घण्टे तक ग्रामीण जन दहशत में रहे। तेंदुए के हमले से दो ग्रामीण घायल हुए हैं। मौके पर कलेक्टर रुचिका चौहान एवं पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी भी पहुंचे और उन्होंने निर्देशित किया।

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उल्लेखनीय है कि जिले के पिपलौदा थाने के बड़ायला माताजी गांव में शुक्रवार को सुबह तेंदुए घुस आया और दो ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया और घबराकर पतरे के ढालियेनुमा मकान बाड़े में घुस गया। ग्रामीणों में जागरूकता के साथ बाड़े को ढककर तेंदुए को कैद कर लिया।

सुबह 7 बजे का है मामला

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मामला सुबह 7 बजे के लगभग का है। गांव के ही नाथुराम पाटीदार घर के पीछे थे, तभी उन पर तेंदुए ने हमला कर दिया। नानुराम जैसे-तैसे जान बचाकर वहां से भागे। उसने एक अन्य ग्रामीण पर भी हमला किया। हमले के बाद यह जानवर ढालिये नुमा मकान में जाकर छुप गया।
घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग जमा हो गए और जानवर के मकान में होने का पता चलने पर अपने स्तर पर जाल आदि का इंतजाम किया ताकि वह मकान से बाहर नहीं निकल पाए।

तेंदुए को पकड़ने की नहीं थे संसाधन

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घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग का अमला भी मौके पर पहुंचा, लेकिन इस अमले के पास तेंदुए को पकड़ने के संसाधन नहीं होने से बेबस नजर आया। बाद में इसकी सूचना उज्जैन दी गई, वहां से वन विभाग की स्कवाड की टीम रवाना हुई। जानवर के आने से गांव के लोगों में दहशत का माहौल देखा गया। जिस स्थान पर जानवर घुसा था, वहां के आसपास के मकानों के लोग छतों पर पहुंच गए।

आला अफसर भी पहुंच गए मौके पर

सूचना मिलने पर कलेक्टर रुचिका चौहान, जावरा एसडीएम राहुल धोटे, तहसीलदार एवं अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।

बेहोश करके पकड़ा तेंदुआ

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जिला प्रशासन को सुबह जानकारी मिलते ही तत्काल वन विभाग की टीम को मौके पर रवाना किया गया था हालांकि विभाग के पास इतने संसाधन नहीं थे कि वे तेंदुए को पकड़ सके। इसलिए तुरंत उज्जैन से दल बुलाया गया। 6 सदस्य के दल में चिकित्सक भी थे। तेंदुए के हमले में घायल दो ग्रामीण चिकित्सालय में भर्ती किए गए हैं, जिनकी हालत सामान्य है। दल करीब 2:30 बजे आया और मौका मुआयना कर योजनाबद्ध तरीके से तेंदुए को बेहोश करके पकड़ा। उसे मंदसौर जिले की गांधीसागर सेंचुरी में भेज दिया गया है अब गांव में किस प्रकार का भय नहीं है।

🔳 रुचिका चौहान, कलेक्टर

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