मुझे आज भी उस स्पर्श की होती है अनुभूति : डॉ. लीला जोशी

🔳 रिटायर्ड रेलवे ऑफीसर्स एसोसिएशन द्वारा डॉ. जोशी का सम्मान

हरमुद्दा
रतलाम, 10 दिसंबर। सेवाकाल के दौरान मुझे मदर टेरेसा का सान्निध्य प्राप्त हुआ था। उन्होंने मेरा हाथ अपने हाथ में लेकर मुझे समाज सेवा करने की प्रेरणा दी। मुझे आज भी उस स्पर्श की अनुभूति होती है।

यह विचार समाजसेवी व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. लीला जोशी ने व्यक्त किए। डॉ. जोशी सम्मान के प्रत्युत्तर में संबोधित कर रही थी। स्थानीय रेलवे ऑफिसर्स क्लब में रिटायर्ड रेलवे ऑफीसर्स एसोसिएशन द्वारा डॉ. लीला जोशी को राष्ट्रीय फोगसी (फेडरेशन ऑफ गायनोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया) अवार्ड प्राप्त होने पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह अवार्ड उन्हें मुम्बई में वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस के आयोजित समारोह में दिया गया हैं। इस संस्था से संपूर्ण विश्व में लगभग 35 हजार सदस्य जुड़े हैं।

इन्होंने किया डॉ. जोशी का सम्मान

आयोजन डॉ. लीला जोशी का शाल, श्रीफल व पुष्पगुच्छ से सम्मान वयोवृद्ध रिटायर्ड रेलवे अधिकारी छोटेलाल यादव, आनंद कृष्णानी, डॉ. बत्रा, जेेएन. व्यास, राजकुमार ममतानी एवं बृजेश प्रजापति ने किया।

चार लाख कुपोषित बच्चों का उपचार कर चुकी डॉ. जोशी

संयुक्त सचिव श्री कृष्णानी ने डॉ. जोशी के सेवाभावी कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि सेवानिवृत्ति के पश्चात पिछले दो दशकों से डॉ. जोशी के प्रयासों से श्री सेवा संस्थान एनजीओ करीब चार लाख कुपोषित बच्चों का उपचार कर चुकी है। आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में झुग्गी बस्तियों में कुपोषित खून की कमी से ग्रस्त गर्भवती माताओं को निःशुल्क शिविर आयोजित कर दवाइयां प्रदान की गई हैं, जिससे गर्भवती माताओं की मृत्यु दर में कमी आई है।

वुमन प्राईड अवार्ड से सम्मानित कर चुके हैं राष्ट्रपति मुखर्जी

मीडिया प्रभारी मुकेश नैनानी बताया कि राष्ट्रीय फोगसी अवार्ड से सम्मानित होने के पूर्व भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी डॉ. जोशी को वुमन प्राईड अवार्ड से सम्मानित कर चुके हैं। आयोजन में बड़ी संख्या में रिटायर्ड रेल अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री कृष्णानी ने किया। आभार पंकज परमार ने माना।

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