वेदों के आधार पर मिलेगी शिक्षा शहर में शुरू हुए बेला मेंटे स्कूल में
🔳 1 मार्च से प्री स्कूल व नर्सरी के कक्षाएं होगी शुरू
🔳 अप्रैल से के जी एवं फर्स्ट की कक्षाएं प्रारंभ होगी
🔳 शहर में अच्छे प्री स्कूल की कमी होगी पूरी
हरमुद्दा
रतलाम, 20 जनवरी। भारत विश्व गुरु रहा है और यहां की गुरुकुल शिक्षा पद्धति के लिए विदेशों तक से शिक्षा लेने के लिए विद्यार्थी आते थे। वेदों में इस भारतीय शिक्षा का आधार वर्णित है। इसी शिक्षा पद्धति पर अध्ययन कर इसमें आधुनिकता लाते हुए बेला मेंटे समूह द्वारा नवाचार किया गया है। इसके तहत वेदों के आधार पर प्रारंभिक शिक्षा दी जा रही है। वेदों के आधार पर तैयार की गई इस शिक्षा पद्धति का स्कूल बेला मेंटे में विश्व स्तरीय सुविधाएं होगी अत्याधुनिक उपकरण के साथ विद्यार्थियों की शिक्षा को आकर्षक बनाने का प्रयास किया गया है।
यह बात बेला मेंटे स्कूल समूह के डायरेक्टर डॉ. अजय शर्मा ने पत्रकार वार्ता में कही।
दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ
आमलिया भेरु, अखंड ज्ञान आश्रम रोड काटजू नगर पर हुए बेला मेंटे स्कूल के शुभारंभ अवसर के दौरान बेला मेंटे संचालक अजय विजय शर्मा के पिता नाथूलाल शर्मा, पूर्व महापौर पारस सकलेचा, डीआईजी गौरव राजपूत, डायरेक्टर डॉ. सौरभ कोठारी, विकास पांडे ने मां सरस्वती कर चित्र पर माल्यर्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया।
शहर की शिक्षा में नवाचार बेला मेंटे स्कूल
श्री शर्मा ने बताया कि रतलाम शहर की शिक्षा में नवाचार बेला मेंटे स्कूल शुरू हो रहा है। 1 मार्च से प्ले एवं नर्सरी की शुरुआत होगी, वही नए शिक्षण सत्र से केजी तथा फर्स्ट की कक्षाएं भी प्रारंभ की जाएगी।
जीवन में वेदों के महत्व को सार्थक करने का प्रयास : डॉ. माहेश्वरी
समूह के डायरेक्टर डॉ. सौरभ माहेश्वरी ने बताया कि बेला मेंटे स्कूल शहर के बीचोंबीच स्थित है शहर में इस शुरुआत के साथ ही मानव जीवन में वेदों के महत्व को सार्थक करने का प्रयास किया जा रहा है। एक ऐसा स्कूल स्थापित किया गया है जो विद्यार्थियों को उत्साहित करेगा। कुछ नया करने के लिए खुद को खोजने और ज्यादा से ज्यादा सीखने के लिए। हमारा उद्देश्य बच्चों की मानसिक क्षमताओं का विकास करना है। इसके लिए विद्यार्थियों को समूह चर्चा, आधुनिक कौशल के सहारे अध्ययन, हमारे लुप्त होते इतिहास को समझाते हुए अध्ययन करवाया जाएगा।
अभिभावकों से चर्चा के बाद ही पालिसी और शिक्षा पद्धति में करते हैं बदलाव : पांडे
बेला मेंटे स्कूल के डायरेक्टर बिकास पांडे ने कहा कि बेला मेंटे स्कूल में एक्सपर्ट की टीम विद्यार्थी की गलतियों से सीखना सिखाती है। गलतियां बताई जाती है और उन गलतियों को विद्यार्थी स्वयं दूर करते हैं। विद्यार्थियों के साथ-साथ अभिभावकों का मार्गदर्शन भी हमारे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अभिभावक पहले गुरु होते हैं। अभिभावकों से बातचीत करके ही विद्यार्थियों के अनुसार बेला मेंटे स्कूल की पालिसी और शिक्षा पद्धति में बदलाव किया जाता है।
अच्छा और बेहतर बचपन देने की नई शुरुआत : विजय शर्मा
विद्यालय संचालक विजय शर्मा ने कहा कि जब नींव मजबूत होगी, तभी बच्चों का भविष्य मजबूत होगा। हमने अच्छा और बचपन देने के लिए यह शुरुआत की हैं। इसके साथ ही शहर में अच्छे प्री स्कूल की कमी सी थी जो पूरी होने जा रही है, अब दूसरे शहरों पर निर्भर न रहना पड़े।
यह थे मौजूद
इस दौरान हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज के रामचंद्र शर्मा, बेला मेंटे स्कूल की प्रशासक प्रीति उपाध्याय, विशाल शर्मा, कांग्रेसी नेता संजय चौधरी, डाइट प्राचार्य नरेंद्र गुप्ता सहित गणमान्य मौजूद थे।