सारदा चिट फंड घोटाला, सीबीआई बचेगी या राजीव

हरमुद्दा डॉट कॉम
नईदिल्ली/कलकत्ता।  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बनाम सीबीआई मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि सीबीआई कोलकाता पुलिस कमिश्नर के खिलाफ सबूत लाकर दे। ऐसे में आज गौर करने वाली बात यह है कि क्या सीबीआई कोर्ट में यह बात साबित कर पाएगी कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और इस मामले में सबूत मिटाने की कोशिश कर रहे हैं।

राजीव कुमार के साथ खड़ी हैं ममता बनर्जी
बताते चलें कि 2013 में सारदा चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी सुदिप्तो सेन को गिरफ्तार करने वाले राजीव कुमार पर सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें कई बार समन किया गया लेकिन उन्होंने जांच में कोई सहयोग नहीं किया। उधर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरे दमखम के साथ राजीव के साथ खड़ी हैं। ममता ने ट्वीट करके कहा कि राजीव कुमार दुनिया के बेस्ट ऑफिसर्स में से एक हैं।

क्या है सारदा और रोज वैली घोटाले

सीबीआई के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में सलिसिटर जनरल तुषार मेहता पेश हुए थे। उन्होंने रविवार के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा, ‘वेस्ट बंगाल पुलिस द्वारा सीबीआई के जॉइंट कमिश्नर के घर पर पहरा लगाकर उन्हें और उनके परिवार को बंधक बना लिया गया था। फिर सीबीआई के अंतरिम डायरेक्टर द्वारा कई फोन कॉल करने के बाद फोर्स को वहां से हटाया गया।’
पढ़ें: ममता बनाम CBI: कांग्रेस का गेम, विरोध-समर्थन एकसाथ सीबीआई ने कोर्ट से लगाई राजीव कुमार को निर्देश देने की गुहार
कोर्ट में पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से पेश सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि कोलकाता कमिश्नर चिट फंड केस में आरोपी नहीं बल्कि सिर्फ एक गवाह हैं। इसपर बेंच ने मंगलवार की तारीख देते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने बचाव में तथ्य तैयार रखे। आपको यह भी बता दें कि सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट राजीव कुमार को सरेंडर या पूछताछ के लिए उपलब्ध होने और राज्य के चीफ सेक्रटरी मलय कुमार डे, डीजीपी वीरेंद्र कुमार और राजीव कुमार के खिलाफ न्यायालय की अवमानना की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दे।

सोमवार को सुनवाई के बाद जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने कहा, ‘सबूतों के साथ छेड़छाड़ का कोई सबूत पेश नहीं किया गया है। अगर आप राजीव कुमार के खिलाफ कोई भी सबूत लाते हैं तो हम ऐसी कार्रवाई करेंगे कि उन्हें पछताना पड़ेगा।’

जान दे दूंगी पर पीछे नहीं हटूंगी-ममता

क्यों शुरू हुआ विवाद?
सीबीआई की 40 अधिकारियों की एक टीम कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से चिटफंड घोटाले के सिलसिले में पूछताछ करने के लिए रविवार को उनके आवास पर गई थी लेकिन टीम को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें जीप में भरकर थाने ले जाया गया। टीम को थोड़े समय के लिए हिरासत में भी रखा गया। घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार की रात 8:30 बजे से धरने पर बैठी हुई हैं। इसे वह ‘संविधान बचाओ’ विरोध प्रदर्शन कह रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *