प्रदेश में एक बार फिर शिवराज, कोरोना से निपटना प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

🔲 32 में मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

🔲 22 बागी विधायकों ने भी कि भाजपा की सदस्यता ग्रहण

हरमुद्दा
भोपाल, 23 मार्च। मध्यप्रदेश में एक बार फिर से शिवराज शुरू हो गया है। भाजपा के कद्दावर नेता शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात को सादे समारोह में 32 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राजभवन में आयोजित समारोह में भाजपा की वरिष्ठ नेत्री पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, प्रदेश भाजपाध्यक्ष वीडी शर्मा, वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा आदि मौजूद थे।

भाजपा विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह को विधायक दल का नेता चुना गया था। विधायक दल का नेता चुने जाने के कुछ ही देर बाद शिवराज सिंह व अन्य नेता राजभवन पहुंचे, जहां प्रदेश के राज्यपाल लालजी टण्डन ने उन्हे पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

कोरोना से निपटना प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

शपथ ग्रहण के तत्काल बाद शिवराज ने अपनी  प्राथमिकता कोरोना की चुनौती से निपटने को बताया और सभी साथी विधायकों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों को कोरोना के विरुद्ध जागरूक करेंगे।

…और इस्तीफा देना पड़ा मुख्यमंत्री कमलनाथ को

22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई और कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। ये सभी विधायक कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के हैँ।

जरूरी विधायक की संख्या मौजूद है भाजपा के पास

कांग्रेस के बागी विधायकों का इस्तीफा मंजूर होते ही कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 92 हो गई है। वहीं, भाजपा के पास कुल 107 विधायक है। 230 सदस्यों वाली विधानसभा में बागी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कुल 24 सीट खाली हो गई है। ऐसे में फिलहाल भाजपा के पास बहुमत के लिए जरूरी विधायकों की संख्या मौजूद है।

भाजपा का दामन थामा 22 विधायकों ने

मध्य प्रदेश कांग्रेस के सभी 22 बागी विधायक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में दिल्ली में भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इन्हीं बागी विधायकों की वजह से मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने से त्यागपत्र दे दिया था।

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