गरीब व भिक्षावृत्ति करने वाले हैं परेशान, नहीं हो पा रहा है उपचार
🔲 मंच और धर्मशाला रहेगा सुरक्षित
हरमुद्दा
रतलाम, 25 मार्च। कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉक डाउन के कारण गरीब और भिक्षावृत्ति करने वाले कई लोग काफी परेशान हैं। कालिका माता मंदिर के सामने यहां बगीचे में रहने वाले लोगों को जहां पुलिस परेशान कर रही, मुद्दे की बात तो यह है कि येे बीमारी के कारण कराह रहे हैं। उनका रतलाम में कोई नहीं है।
उल्लेखनीय है कि 22 मार्च की रात से ही रतलाम में लॉक डाउन लागू कर दिया गया था। इसके बाद से हालांकि प्रशासन गरीब बस्ती में भोजन वितरित कर रहा है। इनको भी भोजन मिल रहा है लेकिन बीमारी के कारण काफी परेशान हैं।
पावागढ़ जाने के लिए निकले थे लेकिन …
देवास के रहने वाले नागूलाल ने बताया कि वह ट्रेन से पावागढ़ जाने के लिए निकला था, लेकिन रतलाम में ट्रेन बंद हो गई और उसे यही उतरना पड़ा, तब से वह रतलाम में कालिका माता मंदिर के पास है। बीमार है, परेशान है।
सभी यहां पर आराम से रह सकते
आधार कार्ड दिखाते हुए रामगंज मंडी कोटा के विजयराम दास का कहना है कि वह तो शुरू से ही भिक्षावृत्ति करता है और यायावर की भांति इधर-उधर जाता रहता है। भोजन तो दोनों समय मिल रहा है। यहां पर बगीचे में रह रहे हैं लेकिन पुलिस वाले परेशान करते है। यदि प्रशासन पास का मंच और धर्मशाला खोल देता है तो सभी यहां पर आराम से रह सकते हैं। पुलिस को भी सहयोग मिलेगा।
हाथ पैर में डली है रॉड काफी हो रहा है दर्द
आगर की रहने वाली जतन बेटी के पास उपचार के लिए कोटा जा रही थी। उसने बताया कि उसके हाथ पैर में रॉड लगी हुई है। पीड़ा बहुत हो रही है, लेकिन कालिका माता से आगे जाने नहीं दिया जा रहा है। यदि दवाई मिल जाती है तो मुझे काफी राहत मिल सकती है।
चिकित्सक और दवाई भेजें गरीबों के लिए
गरीबों के हमदर्द समाजसेवी विनोद गहलोत का कहना है कि प्रशासन को ध्यान देकर चिकित्सक का एक दल दवाई लेकर इनके पास भिजवाए तो इन्हें काफी राहत मिलेगी। साथ ही बगीचे के पास नगर निगम निधि से बनाया हुआ मंच और धर्मशाला खोल दिया जाए तो सुरक्षित वहां पर आराम से रह सकते हैं। मंच पर कालिका माता ट्रस्ट का जबरन कब्जा है।