अन्य जिलों राज्यों में फंसे रतलाम जिले के निवासियों को लाने की व्यवस्था की गई, मगर जिम्मेदारों के फोन बंद पड़े
🔲 अन्य राज्यों से कैसे लाना है नहीं पता
🔲 ऐसे कैसे जिम्मेदार अधिकारी हैं?
🔲 जानकारी का भाव क्यों है?
🔲 अपने आप को अपडेट क्यों नहीं कर रहे हैं?
🔲 यह सभी विचार नहीं प्रश्न है
हरमुद्दा
रतलाम, 28 मार्च। अन्य जिलों राज्यों में फंसे रतलाम जिले के निवासियों को लाने की व्यवस्था की गई, मगर जिम्मेदार फोन उठाने को तैयार नहीं है, वही जिला परिवहन अधिकारी का मोबाइल फोन बंद पड़े हैं। तो फिर आखिर जन क्या करें? खास बात तो यह है कि स्वयं कलेक्टर भी किसी के फोन नहीं उठाती है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुक्रवार शाम को ही कलेक्टर ने अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है।
यह है लापरवाह जिम्मेदार अधिकारी
इसके लिए संयुक्त कलेक्टर एमएल आर्य 94250 72834, जिला परिवहन अधिकारी दीपक मांझी 99260 62414 तथा उपनिरीक्षक पुलिस कंट्रोल रूम अनुराग यादव 88 710 28156 का दल गठित किया गया है।
मगर जिम्मेदारों के फोन बंद पड़े। आखिर कैसी व्यवस्था हो रही है? आमजन परेशान हैं और जिला प्रशासन मौन है। बस नाम मात्र की कागजी खानापूर्ति हो रही है। कार्य करने में सभी नकारा साबित हो रहे हैं।
जिम्मेदार नहीं समझ रहे हैं किसी की पीड़ा
कमल पाटीदार ने बताया कि रतलाम निवासी झारखंड में फसा हुआ है, उपरोक्त नंबर पर कॉल करने पर अधिकारी ने वहां के लिए सेवा उपलब्ध नहीं ऐसा बोलकर कॉल कट कर दिया गया। कोई अन्य संपर्क नंबर हो जो वहां पर उसकी मदद कर सके तो कृपा कर के सूचित करे। जिम्मेदार किसी की पीड़ा को समझ नहीं रहे हैं। जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को इतना भी पता नहीं है कि अन्य राज्यों से लोगों को कैसे लाना है? ऐसे कैसे जिम्मेदार अधिकारी हैं? जानकारी का भाव क्यों है? अपने आप को अपडेट क्यों नहीं कर रहे हैं? यह सभी विचार नहीं प्रश्न है।