कोरोना : इंदौर ने बढ़ाई चिंता स्वास्थ्य विभाग की, तीसरे स्टेज में पहुंचने की आशंका

🔲 जरूरी है सतर्कता, सख्ती और सावधानी

इंदौर, 29 मार्च। कोरोनावायरस के मद्देनजर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की चिंता इंदौर ने बढ़ा दी है। इंदौर में कोरोना अपर सेकंड स्टेज में पहुंच गया है। सावधानी, सतर्कता और सख्ती बरतना बेहद जरूरी है वरना इंदौर मेंं कोरोना वायरस के तीसरे तेज के शुरू होने की आशंका बढ़ जाएगी।IMG_20200229_131446

घनी आबादी वाले इंदौर शहर के लिए यह भयावह संकेत है। यहां अब तक जो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उनमें से अधिकांश की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। यह एक गंभीर स्थिति है। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि इंदौर दूसरी स्टेज को जल्दी पार कर तीसरी की ओर बढ़ रहा है।कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम का मानना है डॉक्टरों के अगले एक सप्ताह में पॉजीटिव मरीज मिलने की संभावना अधिक बनी हुई है। उसके बाद अगले एक सप्ताह तक इसमें कमी आने की स्थिति बनेगी।

19 में से 2 की मौत

मध्यप्रदेश में इंदौर महामारी का केंद्र बनता नजर आ रहा है। अब तक कुल 19 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इनमें से तीन उज्जैन के हैं। दो मरीजों की मौत हो चुकी है। उज्जैन के तीनों मरीज एक ही इलाके और परिवार से हैं लेकिन इंदौर में मिल रहे मरीज पूरे शहर में फैल चुके हैं। इससे चिंता बढ़ गई है। विभाग ने इन मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री पता की तो उसमें एक या दो ही धार्मिक यात्रा पर जाने के बाद संक्रमित होना पाए गए।
बाकी मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। अधिकांश मरीजों के पास जवाब नहीं है कि वे संक्रमित कैसे हुए?

3 दिनों में 19 मरीज पॉजीटिव

स्वास्थ्य विभाग ने पहले दिन रिश्तेदार और स्वजन को आइसोलेट कर संतुष्टि की तो दूसरे ही दिन लगभग 50 से अधिक नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इसमें 5 मरीज पॉजीटिव पाए गए। ये मरीज भी इंदौर के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले थे, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। पिछले 3 दिनों में 19 मरीज पॉजीटिव पाए गए हैं। इनकी ट्रैवल हिस्ट्री पता करने अभी भी विभाग मशक्कत कर रहा है। लगभग 100 लोगों को आइसोलेट किया गया है।

चेन को ब्रेक करना जरूरी

अधिकारियों की मानें तो अगले एक सप्ताह में इंदौर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि पॉजीटिव पाए गए मरीजों के संपर्क में आए लोगों को खोजना और आइसोलेट करना बेहद जरूरी है। इनमें से जिन मरीजों में लक्षण दिखाई देंगे, उनके सैंपल जांच के लिए भेज कर उपचार किया जा रहा है। एक सप्ताह में मरीजों को खोजने से इस चेन को ब्रेक किया जा सकता है।

🔲 लॉकडाउन और कर्फ्यू के बाद भी कई लोग घरों से सब्जियां और राशन सामग्री लेने निकल रहे हैं।

🔲 अधिकांश क्षेत्रों में झुंड बनाकर घूमते लोग नजर आ रहे हैं। अभी भी बेहद भीड़ नजर आ रही है।

🔲 अस्पतालों में ओपीडी की भीड़ को भी कम नहीं किया जा रहा है।

🔲 प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर टेली मेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई है लेकिन संपर्क नंबर लोगों तक नहीं पहुंचा।

🔲 लंबी तैयारी और पॉजीटिव केस मिलने के तीन दिन बाद भी आवश्यक सेवाओं की ऑनलाइन सेवाएं ठीक से बहाल हो पाई। ( साभार नईदुनिया)

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