कोरोना वायरस लॉक डाउन : देश में जीवन उपयोगी सामग्री पहुंचाने के लिए तीन एक्सप्रेस ट्रेन की 16 सेवाएं 31 से शुरू
🔲 पश्चिम रेलवे का निर्णय
🔲 रेलवे को 178.53 करोड़ रुपए का नुकसान
🔲 रेंक के साथ दिए हैं संपर्क नंबर भी।
हरमुद्दा
मुंबई, 30 मार्च। कोरोना वायरस लॉक डाउन के मद्देनजर पश्चिम रेलवे ने देश में जीवन उपयोगी सामग्री पहुंचाने के लिए तीन ऐसी एक्सप्रेस ट्रेन की 16 सेवाएं 31 मार्च से शुरू होगी, जोकि 15 अप्रैल चलेगी। लॉकडाउन की अवधि के दौरान छोटे पार्सल आकारों में आवश्यक वस्तुओं जैसे चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति, चिकित्सा उपकरण, भोजन, आदि का परिवहन होगा।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने बताया कि इस तरह की और अधिक पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए इच्छुक पार्टियां पार्सल कार्यालयों से सम्पर्क कर इन पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए अपना पंजीकरण करा सकती हैं। इनका पार्सल ट्रेनों का परिचालन प्वाइंट टू प्वाइंट नियमों के अनुसार होगा।
पश्चिम रेलवे ने दूध उत्पाद, खाद्य तेल, मसाले, किराने का सामान और बिस्कुट आदि जैसी वस्तुओं के लिए 3 पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनों की समय सारणी को अंतिम रूप दिया है।
🔲 बांद्रा टर्मिनस – लुधियाना पार्सल स्पेशल रेक
इस पार्सल स्पेशल रेक को मुंबई, महाराष्ट्र के बांद्रा टर्मिनस से पंजाब में लुधियाना तक चलाने की योजना बनाई गई है। यह ट्रेन सप्ताह में तीन बार समय सारणी के अनुसार निर्धारित रेल पथ पर चलेगी। यह ट्रेन बांद्रा टर्मिनस से 1, 3, 6, 8, 11और 13 अप्रैल, 2020 को 20.00 बजे प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन यानी 3 अप्रैल, 2020 को 11.30 बजे और इसके बाद की यात्राओं के लिए निर्धारित दिवस पर लुधियाना पहुंचेगी, जो 1705 किलोमीटर की यात्रा पूरी करेगी। अपनी वापसी यात्रा पर यह ट्रेन लुधियाना से 3, 5, 8,10,13 और 15 अप्रैल, 2020 को 23.30 बजे प्रस्थान करेगी और 5 अप्रैल, 2020 को बांद्रा टर्मिनस से 17.30 बजे और इसके बाद के फेरों के अनुरूप निर्धारित दिवसों पर बांद्रा टर्मिनस पहुंचेगी। यात्रा के दौरान यह ट्रेन दोनों दिशाओं में वापी, सूरत, भरूच, वड़ोदरा, आणंद, अहमदाबाद, अजमेर, जयपुर, दिल्ली और अंबाला स्टेशनों पर रुकेगी। बुकिंग और इस संबंध में किसी भी अन्य प्रश्न के लिए इच्छुक व्यापारी श्री सुरेश मिश्रा -बांद्रा – 9892972171,
श्री रामबली-वापी -7984600765, श्री गणेश जाधव- उधना / सूरत -9724099958 से संपर्क कर सकते हैं।
🔲 कांकरिया – संकरेल गुड्स टर्मिनल पार्सल स्पेशल रेक
इस पार्सल स्पेशल रेक को गुजरात के कांकरिया से पश्चिम बंगाल के संकरेल तक चलाने की योजना बनाई गई है। यह ट्रेन 31 मार्च, 2020 को कांकरिया से 23.45 बजे प्रस्थान करेगी और 2 अप्रैल, 2020 को 2073 किलोमीटर की यात्रा पूरी करते हुए 20 अप्रैल को संकरेल गुड्स टर्मिनल पहुंचेगी। अपनी वापसी यात्रा में यह ट्रेन 4 अप्रैल, 2020 को 22.30 बजे संकरेल गुड्स टर्मिनल से रवाना होगी और 6 अप्रैल, 2020 को 18.15 बजे कांकरिया पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में आणंद, वड़ोदरा, सूरत, पालढी, जलगाँव, भुसावल, नागपुर, रायपुर, बिलासपुर, झारसुगुड़ा, राउरकेला, टाटा नगर और खड़गपुर स्टेशनों पर रुकेगी। बुकिंग और किसी भी अन्य प्रश्न के लिए इंटरस्टेड पार्टियां श्री गणेश जाधव-उधना / सूरत -9724099958 से संपर्क कर सकती हैं।
🔲 करम्बेली – चांगसारी पार्सल स्पेशल रेक
यह पार्सल स्पेशल रेक गुजरात के करम्बेली से असम के चांगसारी तक चलाने की योजना बनाई गई है। यह ट्रेन 2 अप्रैल, 2020 को 18.00 बजे करम्बेली से रवाना होगी और 5 अप्रैल, 2020 को शाम 5 बजे चांगसारी पहुंचेगी,जो 2893 किलोमीटर की यात्रा पूरी करेगी। अपनी वापसी यात्रा में यह ट्रेन 6 अप्रैल, 2020 को 12.00 बजे चांगसारी से रवाना होगी और 8 अप्रैल, 2020 को 21.30 बजे करम्बेली पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में वलसाड, उधना, जलगाँव, अकोला, नागपुर, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, झारसुगुड़ा, टाटा नगर, संकरेल गुड्स टर्मिनल, डांकुनी, मालदा टाउन और न्यू बोंगई गांव स्टेशनों पर रुकेगी। बुकिंग और किसी अन्य प्रश्न के लिए इच्छुक व्यापारी श्री संजय कोटा- करमबेली – 8160209142, श्री सरकावाला-वलसाड – 9898848919 और श्री गणेश जाधव- उधना / सूरत से मोबाइल नम्बर 9724099958 पर संपर्क कर सकते हैं।
🔲 पार्सल ट्रेनों के लिए कुछ और सुझाए गए मार्ग
अहमदाबाद से दरभंगा / मुज़फ़्फ़रपुर आदि हो सकते हैं। ये संभावित रास्ते विचाराधीन हैं और इन्हें स्थानीय प्रशासन द्वारा ट्रकों की आवाजाही और लेबर हैंडलिंग और पॉइंटिंग पॉइंट पर ले जाने की अनुमति दी जा सकती है। संबंधित व्यापारियों से इस संबंध में बातचीत भी चल रही है। मैसर्स सीटीए लॉजिस्टिक्स, वेस्टर्न कैरियर्स, अहमदाबाद, अमूल प्रॉडक्ट्स, गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) और मिंट लॉजिस्टिक्स करम्बेली, वापी के साथ टाइम टेबल्ड पार्सल गाड़ियों की लोडिंग के लिए चर्चा की गई है।
अनुकरणीय कार्य रतलाम डिवीजन में
देश में लॉक डाउन पीरियड के दौरान रतलाम डिवीजन के मैकेनिकल कैरिज एंड वर्क्स डिपार्टमेंट ने लोडिंग के लिए 108 वैगनों को फिट करने और 14 वैगनों के ओवरहॉलिंग कार्य को पूरा करने में अनुकरणीय कार्य किया है। इसके अलावा, मालगाड़ियों के निर्बाध आवागमन के लिए रतलाम मंडल के शंभूपुरा, वैगन डिपो में उपलब्ध समर्पित और प्रतिबद्ध जनशक्ति के साथ पूर्ण लॉक डाउन अवधि के दौरान 16 ट्रेनों की जांच की गई है।
🔲 यात्री सेवाओं को रद्द करने के बावजूद, मालगाड़ी सेवाएं चल रही हैं और रेलवे देश के सभी हिस्सों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी संभावनाओं के माध्यम से सुनिश्चित कर रही है कि मालगाड़ियों की आवाजाही जारी रहे। इसी के फलस्वरूप कोयला बिजली घरों तक पहुंच रहा है, अनाज गोदामों में अनाज उपलब्ध है और सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध हैं। पश्चिम रेलवे द्वारा 22 से 29 मार्च, 2020 के दौरान लॉकडाउन अवधि के दौरान कुछ अन्य प्रयास इस प्रकार किए गए हैं:
🔲 पीओएल (पेट्रोलियम, तेल और अन्य उत्पाद), नमक, सीमेंट और कोयले जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए कुल 422 रेकों का उपयोग किया गया है, जिन्हें 0.86 मिलियन टन की मात्रा में लोड किया गया था।
🔲 इस अवधि के दौरान 1115 मालगाड़ियों को अन्य क्षेत्रीय रेलों के साथ जोड़ा गया, जिनमें 555 रेलगाड़ियाँ सौंपी गईं और 560 रेलगाड़ियों को विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया।
🔲 श्रमिकों की कमी के बावजूद, महत्वपूर्ण स्टॉक को उतारने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
🔲 इस अवधि के दौरान, पार्सल वैन / रेलवे दुग्ध टैंकरों (आरएमटी) के 6 मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न हिस्सों जैसे दूध के पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं और 1 रेक सूखी घास सहित आवश्यक वस्तुओं की मांग का सामना करने के लिए भेजे गए हैं।
🔲 दहानू रोड से भीमसेन तक
🔲 कांकरिया से कानपुर के पास भीमसेन तक
🔲 पालनपुर से हिंद टर्मिनल (पलवल) तक
🔲 करम्बेली से न्यू गुवाहाटी तक
रेलवे को 178.53 करोड़ रुपए का नुकसान
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर ने बताया कि 29 मार्च, 2020 तक पश्चिम रेलवे को 178.53 करोड़ रुपए (उपनगरीय + गैर-उपनगरीय सहित) का भारी नुक़सान उठाना पड़ा है। इसके बावजूद सम्पूर्ण पश्चिम रेलवे पर टिकट निरस्तीकरण के फलस्वरूप 131.43 करोड़ रुपए और अकेले मुंबई डिवीजन में 62.11 करोड़ रु.का रिफंड अदायगी की जा चुकी है। एक अन्य अहम पहल में, पश्चिम रेलवे ने रेलवे बोर्ड से प्राप्त निर्देशों के तहत प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में उल्लेखनीय योगदान करने का निर्णय लिया है, जिसके अनुसार प्रत्येक रेलकर्मी अपना एक दिन का मूल वेतन दान करके अपना योगदान देगा। यह भी उल्लेखनीय है कि सभी गतिविधियों और व्यवस्थाओं की उपयुक्त निगरानी पश्चिम रेलवे के सभी विभाग प्रमुखों द्वारा की जा रही है,जो पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री कंसल के कुशल नेतृत्व में हर विपरीत स्थिति से निपटने और सभी योजनाओं के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए अपनी टीमों के साथ लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।