कोरोना के पीड़ित के शव को लेकर प्रशासन की लापरवाही अक्षम्य : भाजपा जिलाध्यक्ष
🔲 जिम्मेदार सभी लापरवाह पर कार्रवाई जरूरी
🔲 दोषियों की उच्च स्तरीय जांच कर न्यायिक कार्रवाई की मुख्यमंत्री से मांग
हरमुद्दा
रतलाम, 9 अप्रैल। इंदौर में कोरोना पीड़ित मरीज की मृत्यु के बाद उसके शव का रतलाम सीमा में बेरोक टोक आ जाने और उसका भीड़ के साथ कब्रस्तान में दफनाया जाना आश्चर्यजनक तो है ही, प्रशासन की लापरवाही की और गम्भीर इशारा भी करता है।
यह आरोप लगाते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह लुनेरा ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर रतलाम में पिछले दिनों हुई चिंताजनक घटना की ओर ध्यान दिलाते हुए मांग की है कि घटना की उच्च स्तर पर जांच कर दोषियों के विरुद्ध न्यायिक कार्रवाई की जानी चहिए।
यह लापरवाही किसी साजिश से कम नहीं
भाजपा जिलाध्यक्ष ने पत्र में कहा है कि सारी घटना के पीछे घोर लापरवाही साफ दिखाई देती है और इस तरह की लापरवाही किसी साज़िश से कम नहीं मानी जा सकती।
यह घटना लगाती है सवालिया निशान
कोरोना पीड़ित की मृत्यु इंदौर अस्पताल में होती है ओर उसका शव इंदौर अस्पताल से निकलकर कर्फ्यू के साए में इंदौर की सीमा से बाहर निकल जाता है ये घटना इंदौर अस्पताल , इंदौर जिला एवं पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान लगाती है।
वह भी प्रशासन के संज्ञान में नहीं आया
श्री लुनेरा ने कहा कि रतलाम सीमा में शव को कुछ लोग बिना की व्यवधान के ले आते है , उसके घर बीस-बीस लोग जमा होकर उसकी शवयात्रा पुलिस चौकी के सामने से ले जाते है। उसको दफनाने के बाद चार दिन तक वो सारे लोग खुले घूम रहे है ? ये सब प्रशासन के संज्ञान में नही आता है ! ये किस ओर इशारा करता है ?
तो जनाजा लेकर कैसे निकल गए लोग
जब लॉक डॉउन के दौरान पुलिस प्रशासन एक दुपहिया वाहन को सड़क पर नहीं आने दे रहा तो बीसियों लोग कैसे पुलिस चौकी से शवयात्रा लेकर बेखोफ निकल जाते है ?
प्रथम दृष्टया सभी को किया जाए निलंबित
श्री लुनेरा ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इंदौर से लेकर रतलाम तक कि जांच और प्रथम दृष्टया दोषी अधिकारियों को अविलम्ब निलंबित किया जाना चाहिए ।
साथ ही जो भी इस लापरवाही के सहयोगी रहे है उन पर भी सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है चाहे वो अधिकारी हो, राजनेता हो या पत्रकार।