21 वीं सदी में 21 दिन के लाॅक डाउन पालन करने योग्य भगवान महावीर की शिक्षाएं
1 min read21 वीं सदी में 21 दिन के लाॅक डाउन पालन करने योग्य भगवान महावीर की शिक्षाएं
🔲 1-यह समय, सुख-दुख जन्म परिस्थिति भी नहीं रहेगा-इस सत्य पर विश्वास करें।
🔲 2-बिना कारण घर-दुकान-स्व स्थान से बाहर नहीं जाना।
🔲3-रात्रि भोजन नहीं करना, देर रात में भोजन कतई नहीं करना।
🔲 4-खुले पड़े व अनछने अशुद्ध अन्न जल का उपयोग नहीं करना।
🔲 5-स्नान, वस्त्र प्रक्षालन, घर-वाहनादि की सफाई में पानी के उपयोग की मर्यादा करना।
🔲 6-आवश्यकता से अधिक संग्रह नहीं करना।
🔲 7-भय युक्त नकारात्म चिंतन की जगह मैत्री भाव युक्त सकारात्म चिंतन करना।
🔲 8-शारीरिक श्रम, मन के लिए ध्यान , आत्महित का चिंतन अवश्य करना।
🔲 9-संयम, नियम, तप के द्वारा स्वयं का स्वयं पर नियंत्रण करना।
🔲10-अपनों के साथ भी अपना कुछ समय व्यतीत करना।
🔲 11-व्यक्ति और परिवार के साथ संपूर्ण राष्ट और विश्व हित का चिंतन करना।
🔲 12-शारीरिक स्वस्थता, सामाजिक समरसता में बाहय स्वच्छता का विवेक रखना।
🔲 13-पर्यावरण संतुलन व संरक्षण का ध्यान रखना।
🔲 14-ईधन, गैस, बिजली संचालित वाहनो का उपयोग टालकर पैदल चलने का अभ्यास बढाना।
🔲 15-मांस-मदिरा,नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना।
🔲 16-स्वागत और संवाद में नमस्कार की मुद्रा का उपयोग करना।
🔲 17-अनंतजीवी पदार्थों का उपयोग नहीं करना अथवा मर्यादा रखना।
🔲 18-घर या घर से बाहर खुले सिर और खुले मुंह नहीं निकलना।
🔲 19-अशिष्टता वार्तालाप नहीं करना।
🔲 20-प्राप्त सुविधाओं का जरूरतमंद लोगों के साथ संवितरण करना।
🔲 21-आसन-शययादि पर बैठने या सोने से पूर्व पैरो का प्रमार्जन करना।
भोजन से पहले हाथों का प्रतिलेखन -प्रमार्जन व प्रक्षालन करना। कोई भी वस्तु खरीदने से पहले ब्रांड के बजाए आवश्यकता, गुणवत्ता एवं उपयोगिता को महत्व देना।