पुलिसकर्मियों पर कोरोना वार : उज्जैन के कंटेनमेंट क्षेत्र में ड्यूटी दी मगर कोरोना को नहीं हरा पाए टीआई यशवंत पाल

🔲 6 अप्रैल को हुई थी कोरोना की पुष्टि

🔲 क्रिटिकल कंडीशन थी पाल की

हरमुद्दा
इंदौर, 21 अप्रैल। उज्जैन के अंबर कॉलोनी कंटेनमेंट क्षेत्र में ड्यूटी देने वाले नीलगंगा थाना के टीआई यशवंत पाल अब इस दुनिया में नहीं रहे। वे कोरोना को हराने में सफल नहीं हो पाए। उनका इंदौर में ही अंतिम संस्कार होगा। मूल रूप से श्रीपाल बुरहानपुर के रहने वाले हैं।

IMG_20200417_121344

उल्लेखनीय है कि 6 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उन्हें इंदौर के सीएचएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबीयत में सुधार नहीं होने पर 12 दिन पूर्व इंदौर के अरविंदो अस्पताल में रैफर किया गया। मंगलवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। श्री पाल के परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। मूल रूप से‌ बुरहानपुर के निवासी 59 वर्षीय यशवंत पाल 1983 बैच के निरीक्षक थे। बाद में परिवार सहित इंदौर में रहने लगे‌ थे।

परिजन को किया गया था क्वारेंटाइन एक होटल में

कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उनकी पत्नी मीना, 22 साल की बेटी फाल्गुनी व 20 साल की‌ बेटी ईशा को‌ शहर के एक होटल में क्वारंटाइन किया गया था। परिवार कुछ दिन पहले ही उनसे मिलने आया था। मंगलवार सुबह मौत की सूचना के बाद स्वजन इंदौर पहुंचे।

1587443811715

पाल की कंडीशन थी क्रिटिकल : डॉक्टर भंडारी

अरविंदो हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर विनोद भंडारी ने बताया कि श्रीपाल की कंडीशन क्रिटिकल थी, उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। सुबह 5:45 पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

कंटेनमेंट क्षेत्र में की ड्यूटी

टीआई पाल ने उज्जैन शहर के कंटेनमेंट क्षेत्र अंबर कॉलोनी में ड्यूटी की थी। इस कॉलोनी में एक युवक की कोरोना से मौत हुई थी। साथ ही टीआई पाल बेगमबाग क्षेत्र में भी तैनात रहे। यहां भी कोरोना पॉजीटिव मरीज मिल चुके हैं।

उन्हें दिक्कत हो रही थी सांस लेने में

एएसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया बीते कुछ दिनों से उनकी हालत स्थिर थी। सांस लेने में तकलीफ होने के कारण उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। सोमवार देर रात उनकी तबीयत बिगड़‌ गई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार टीआई पाल का अंतिम संस्कार इंदौर में होगा।

अब पुलिस कर्मियों पर भी कोरोना वार

लगातार पुलिसकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में आते जा रहे हैं। इंदौर में जूनी इंदौर टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी के कोरोना पॉजीटिव होने के बाद उनके साथ रहने वाले एक कांस्टेबल भी पॉजीटिव निकले थे। इंदौर और महू में भी एक-एक पुलिस अधिकारी कोरोना पॉजीटिव हैं, जिनका इलाज चल रहा है। भोपाल में भी कई पुलिसकर्मी कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। हालांकि श्री चंद्रवंशी तो कोरोना को हरा चुके थे, मगर जिंदगी से हार गए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *