लॉक डाउन : जनजाति समाज भी निभा रहा है अपनी सक्रिय भूमिका
🔲 जनजाति विकास मंच कर रहा है भोजन पैकेट का नियमित वितरण
हरमुद्दा
रतलाम, 23 अप्रैल। जब देशभर में कोरोना वाइरस के संकट से निपटने के लिए शासन अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है ऐसे में रतलाम जिले में रहने वाला जनजाति समाज भी इस समय अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है । रतलाम जिला गुजरात और राजस्थान राज्य की सीमाओं से सटा हुआ है, इसलिए वर्तमान लॉक डाउन की स्थिति में वनवासी क्षेत्र के मजदूर वर्ग के बंधु बड़ी संख्या में पुनः अपने घरों की ओर इन राज्यों से लौट रहे हैं।
विभाग प्रचार प्रमुख डॉ. रत्नदीप निगम ने हरमुद्दा को बताया कि जनजाति विकास मंच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोग से इन जनजातीय बंधुओं को भोजन पैकेट उपलब्ध कराने का समुचित प्रबंध नियमित रूप से कर रहा है। समाज के प्रत्येक वर्ग की सहभागिता प्राप्त कर जनजाति विकास मंच और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ फलियों और गहरे वन में स्तिथ परिवारों के लिए घर घर जाकर राशन उपलब्ध कराकर अपने जनजातीय बंधुओ के प्रति अपने कर्तव्य का पालन कर रहा है।
व्यवस्था संभालने में योगदान
इसके साथ साथ सीमाओं पर आगमन के मार्ग पर जलपान एवं यातायात की जटिल परिस्थिति में भी स्वयंसेवक दृढ़तापूर्वक व्यवस्था को संभालने में अपना योगदान दे रहे हैं। जनजातीय क्षेत्रों में स्थित बैंकों, दवा की दुकानों पर भी भीड़ की स्थिति में शारीरिक दूरी का पालन कराने में भी स्वयंसेवक सहायता कर रहे हैं। इन सभी व्यवस्थाओं में अपना योगदान दे रहे जनजाति विकास मंच और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को जनजाति समाज सहित सभी वर्गों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है ।