प्रकृति, विकृति और संस्कृति के बीच सादगी से मना रहे हैं हम त्यौहार, मास्क, डिस्टेंस, सैनिटाइजर है अब आदत में शुमार

🔲 हर एक के मन में है सेवा और समर्पण का भाव

🔲 एक दूसरे की मदद को है सभी आतुर

🔲 कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ना एक दूसरे सहयोग पर ही आधारित

🔲 प्रधानमंत्री का यह इस साल का चौथा और मन की बात का कुल 64 वां संस्करण हुआ प्रसारित

हरमुद्दा
नई दिल्ली, 26 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह 11 बजे मन की बात कही। देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन किया गया है। ऐसे में मोदी लोगों से खास आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एक दूसरे का सहयोग करने की परस्पर जो भावना उत्पन्न हुई है वह अनुकरणीय हैं। कोरोनावायरस से लड़ने के लिए हम एक दूसरे पर आधारित ही है। हम पालन करेंगे, दूसरे भी पालन करेंगे। पूरा समाज पालन करेगा। तो कोरोनावायरस को फैलने के लिए जगह नहीं मिलेगी। एक महीने से जो आदत में आया है मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस बनाए रखना और सेनीटाइज करते रहना। ये आदतें बनी रहे तो बेहतर है। एक जमाना था जब फल खरीदते थे तो कहते थे कि कौन बीमार है लेकिन अब ऐसा नहीं है कि इसी तरह मांस का लगाएंगे तो पहले ऐसा लगेगा कि आपको कुछ बीमारी है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा यह अपनी सुरक्षा के लिए है।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि प्रकृति, विकृति और संस्कृति के बीच हम सभी त्योहार सादगी के बीच मना रहे हैं, जो त्योहार हम अब तक बाहरी वातावरण में उल्लास और उमंग से उत्सव साथ मनाते आए हैं। हमने कभी सोचा नहीं था कि सभी तीज त्यौहार घर घर में ही मनाने होंगे लेकिन कोई बात नहीं। अगली बार जब मन की बात होगी, तब तक कोरोना वायरस देश और दुनिया से खत्म हो जाएगा। ऐसी अपेक्षा करता हूं।

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संकट की घड़ी में सब एक हैं

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देश के कोने कोने में लोग एक दूसरे की मदद को आतुर है, जितना उनके पास है, वह निछावर कर रहे हैं। चाहे पेंशनर हो, नौकरी पेशा हो, व्यापारी ही, जिनके पास जो भी मदद के लिए है वह आगे आ रहे हैं। यह देख कर बहुत अच्छा लगता है कि मेरे देश के करोड़ों लोग संकट की इस घड़ी में एक है।

सवा करोड़ जुड़ चुके हैं एप से

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोरोनावायरस के लिए एक ऐप बनाया है जिसका नाम corona various. gov.in रखा है। इससे करीब सवा करोड़ लोग जुड़ चुके हैं।

एक लक्ष्य एक दिशा में आगे बढ़ रहा है देश

भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है।

देशवासियों से ने ठान ली कुछ ना कुछ करने की

ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है।

नए बदलाव की हुई है शुरुआत

हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये। हर मुश्किल हालात, हर लड़ाई, कुछ-न-कुछ सबक देती है, कुछ-नकुछ सिखा करके जाती है, सीख देती है। सब देशवासियों ने जो संकल्प शक्ति दिखाई है, उससे, भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत भी हुई है।उल्लेखनीय है कि इससे पहले पीएम मोदी ने 29 मार्च को मन की बात की थी। 12 अप्रैल को एक ट्वीट करते हुए बताया था कि इस महीने की मन की बात 26 तारीख को होगी। इसके लिए मोदी ने सुझाव मांगे थे। इससे पहले जब मोदी ने मन की बात की थी तब उन्होंने कोरोना पर ही अपनी बात रखी थी।

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