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सावधान : कोरोना वायरस के बाद हो सकता है पोलियो व मलेरिया का अटैक, अन्य बीमारियों का नहीं हो रहा उपचार, लोगों की हो रही मौत

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🔲 अस्पताल में भर्ती करने को तैयार नहीं, उपचार के अभाव में हो रही मौत

🔲 कोरोना वायरस के चलते अन्य बीमारियों का उपचार नहीं

🔲 आमजन हो रहे परेशान

🔲 कोरोना वायरस का खात्मा होने में लगेगा अभी समय

हरमुद्दा
मंगलवार, 28 अप्रैल। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन का पालन कर रहे देशवासियों के लिए बुरी खबर है। कोरोनावायरस के साथ ही मलेरिया और पोलियो का अटैक की संभावना भी व्यक्त की जा रही है। मुद्दे की बात यह है कि कोरोना वायरस के कारण अन्य बीमारियों पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है। इस कारण कई लोगों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है। नतीजतन उपचार के अभाव में मौत के मुंह में समा रहे हैं।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेडरॉस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा कोरोना वायरस का खात्मा होने में अभी और वक्त लगेगा। कोरोना वायरस के चलते अन्य बीमारियों से बचाव की सुविधाएं नगण्य हो गई है। इससे सामान्य स्वास्थ्य सेवा भी बाधित हो रही है।

ध्यान नहीं दिया तो होंगे घातक परिणाम

विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो कोरोना वायरस से बचाव के साथ ही देश में मलेरिया और पोलियो जैसी घातक बीमारियों के लिए बनाई गई रूपरेखा का पालन करना जरूरी है। क्योंकि कोरोना के चक्कर में यदि मलेरिया और पोलियो को भूल गए तो इसके परिणाम घातक हो सकते हैं। दोनों बीमारियों के विरुद्ध लगातार कई दशकों से अभियान चला रखा है, लेकिन अभी भी पूरी तरीके से काबू नहीं किया जा सका है।

जन स्वास्थ्य सेवाओं के समक्ष बड़ी चुनौती

कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर अपनी रिपोर्ट में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा महामारी ने जन स्वास्थ्य सेवाओं के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। लेकिन हमें अन्य गंभीर किस्म की बीमारियों- मलेरिया और पोलियो की तरफ भी ध्यान रखना है।

…और नहीं किया उन्हें किसी ने भर्ती, हो गई मौत

यह सत्य घटना है इंदौर की। कुछ दिन पहले की ही जब एक महिला को उपचार की जरूरत हुई तो उन्हें परिजन एंबुलेंस में लेकर करीब 6 घंटे तक इंदौर में अस्पताल-अस्पताल घूमते रहे। मगर किसी भी चिकित्सक ने उन्हें अपने यहां पर भर्ती नहीं किया और नहीं उपचार की सुविधा दी। समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण आखिरकार महिला ने दम तोड़ दिया। गांव खेड़ा में होते तो और भी बात होती कि जाने नहीं दिया, लेकिन इंदौर के इंदौर में ही जब लोगों के साथ ऐसा हो रहा है। ऐसा लग रहा है कि कोरोना वायरस के दौर में अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करना बेमानी है। कोरोनावायरस के चक्कर में अन्य स्वास्थ्य सेवाएं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह जनहित में कतई ठीक नहीं।

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