हरमुद्दा की खबर का असर : अंततोगत्वा भारतीय रेलवे को बदलना पड़ा अपना फैसला, 30 जून तक नहीं चलेगी ट्रेनें

🔲 “समझ से परे है भारतीय रेलवे का दिल्ली से रेल चलाने का निर्णय क्या, क्या होगा हश्र?” 11 मई को किया था समाचार प्रसारित

हरमुद्दा
गुरुवार, 14 मई। अंततोगत्वा भारतीय रेलवे को अपना फैसला बदलना पड़ा। अब 30 जून के पहले देश में ट्रेन नहीं चलेगी। केवल श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से श्रमिकों को उनके गृह जिलों के आसपास पहुंचाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हरमुद्दा डॉट कॉम ने जनहित केे इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था कि “समझ से परे है भारतीय रेलवे का दिल्ली से रेल चलाने का निर्णय क्या होगा हश्र?” शीर्षक से 11 मई को समाचार का प्रसारण किया था।

IMG_20200514_135931

हरमुद्दा के देशभर के हजारों पाठकों ने इस मुद्दे को सराहा था और चिंता व्यक्त की थी की ट्रेन चलने से तो संक्रमण और बढ़ेगा। हरमुद्दा के साथ इस मुद्दे पर सहमति जताई कि वास्तव में ट्रेन नहीं चलनी चाहिए। भारतीय रेल प्रशासन ने अपने फैसले को बदला और अब जून के बाद ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। 11 मई के बाद जितने भी टिकट बुक किए गए हैं वह सभी निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यानी कि 30 जून के बाद ही रेलवे की सेवाएं शुरू होने की संभावना है।

30 जून तक के टिकट सभी कैंसिल

कोरोना वायरस और लॉकडाउन के मुश्किल हालात में रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। ताजा बयान के अनुसार, रेलवे ने 30 जून तक बुक किए गए सभी टिकट कैंसिल कर दिए हैं। यानी 30 जून तक नियमित ट्रेनें नहीं चलेंगी। सभी यात्रियों को रिफंड दे दिया जाएगा।

केवल यही ट्रेन चलेगी

रेलवे ने साफ किया है कि इस दौरान श्रमिक ट्रेनें और स्पेशन ट्रेनें चलती रहेंगी। इससे पहले यात्रियों को राहत देते हुए रेलवे ने अब 6 माह तक ट्रेन का टिकट रद्द करने की अनुमति दे दी है। मौजूदा व्यवस्था के अनुसार, यात्रा की तारीख से 3 दिन के अंदर ही टिकट रद्द कराना होता था।

काउंटर से लिया गया टिकट भी ऑनलाइन होगा रद्द

नई सुविधा उन यात्रियों को भी मिलेगी, जिन्होंने लॉकडाउन से पहले टिकट बुक करवाया था और ट्रेन रद्द हो गई या फिर वे किसी कारण से यात्रा नहीं कर सके। सबसे अच्छी बात यह है कि काउंटर से लिया गया टिकट भी ऑनलाइन रद्द करावाया जा सकेगा, लेकिन रिफंड काउंटर से ही मिलेगा।

तो उन्हें मिलेगा पूरा रिफंड

सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, सभी रेल यात्रियों की स्क्रीनिंग किया जाना अनिवार्य है और सिर्फ बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही ट्रेन में प्रवेश दिया जा रहा है। अब रेलवे बोर्ड ने कहा है कि स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी यात्री को तेज बुखार है या कोरोना का कोई और लक्षण मिला है तो कंफर्म टिकट होने के बावजूद उसे यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस स्थिति में यात्री को पूरा रिफंड दिया जाएगा।

IMG-20200514-WA0136

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *