सीबीएसई की 10 वीं एवं12 वीं की शेष परीक्षाएं जुलाई के पहले पखवाड़े में
🔲 83 विषय की परीक्षाएं की गई थी स्थगित
🔲 जरूरी 29 विषयों की होगी परीक्षाएं
🔲 एक कक्षा में रहेंगे 12 परीक्षार्थी
🔲 परीक्षार्थी को लगाना होगा मास्क
🔲 हैंड करना होगा सैनिटाइज
हरमुद्दा
सोमवार, 18 मई। लॉक डाउन के चौथे चरण की शुरुआत के पहले दिन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई की 10 वीं और 12 वीं के शेष विषयों की परीक्षाएं जुलाई के पहले पखवाड़े में आयोजित की जाएगी। परीक्षार्थियों को मास्क लगाना होगा, वही हैंड सेनीटाइज करने होंगे। एक कक्षा में 12 से अधिक विद्यार्थी परीक्षा नहीं देंगे। ज्ञातव्य है कि लॉक डाउन के चलते ( उत्तर-पूर्वी दिल्ली को छोड़कर) सभी दूर परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी।
अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने घोषणा की है कि शेष बची परीक्षाएं जुलाई के पहले 2 सप्ताह में आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई ने परीक्षाओं की डेटशीट भी जारी कर दी।
ऐहतियाती कदम उठाने का फैसला
इसी दौरान बोर्ड ने परीक्षा को लेकर योजना भी बनाई कि सभी परीक्षा केंद्रों और स्कूलों को पेपर के पहले और पेपर होने के बाद 2 बार सेनेटाइज किया जाएगा। इससे परीक्षा केंद्रों पर कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा खत्म होगा। बोर्ड ने ये फैसला इसलिए लिया क्योंकि विशेषज्ञ चेतावना दे चुके हैं कि जून-जुलाई में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड ने हर ऐहतियाती कदम उठाने का फैसला किया है। बोर्ड ने ये भी तय किया है कि बच्चों के लिए मास्क पहनना और सेनेटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य होगा। इसके तहत हर परीक्षा कक्ष में सेनेटाइजर, हैंड वॉश की अनिवार्य रूप से व्यवस्था होगी। बच्चों के हैंड ग्लोव्स पहनकर लिखने में परेशानी होगी, इसे देखते हुए सेनेटाइजर की व्यवस्था होगी। बच्चे लगातार कई बार सेनेटाइजर का उपयोग सकेंगे।
क्लास रूम में होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सीबीएसई बोर्ड के परीक्षा विभाग के मुताबिक जो योजना बनाई गई है उसके मुताबिक परीक्षा के दौरान हर क्लासरूम में पर्याप्त दूरी बनाते हुए ज्यादा से ज्यादा 12 स्टूडेंट्स ही बैठेंगे। इस तरह सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन हो सकेगा। बोर्ड ने सुनिश्चित किया है कि केंद्र सरकार द्वारा तय निर्देशों और नियमों का पूरा पालन किया जाए।
83 विषय की परीक्षाएं हुई थी स्थगित
लॉकडाउन के चलते 10 वीं और 12 वीं के कुल 83 विषयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद सीबीएसई ने फैसला लिया था कि इनमें से अब 29 मुख्य विषयों की ही परीक्षाएं कराई जाएंगीं। ये वो पेपर हैं जो अगली क्लास में प्रवेश होने और स्नातक कोर्स में एडमिशन लेने के लिए महत्वपूर्ण हैं।