राहत वाला लॉक डाउन : खुल गए बाजार, अब ग्राहकों का इंतजार
🔲 अधिकांश कर रहे हैं लॉक डाउन का पालन
हरमुद्दा
रतलाम 20 मई। लॉक डाउन के चौथे चरण में मंगलवार को रतलाम ग्रीन जोन में आ गया है। बुधवार से बाजारों में दुकानें खुल गई। दुकानदारों को अब ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। कई लोग दुकानों की साफ-सफाई में व्यस्त हैैं। बाजार तो खुल गया है मगर अधूरा-अधूरा लग रहा है। रौनक और महक अभी गायब है। जरूरत के अनुसार ही बाजार में लोग नजर आ रहे हैं।
माना जा रहा था कि बुधवार को बाजार की सभी दुकानें खुलने के बाद भीड़ भाड़ अधिक रहेगी, किंतु ऐसा बाजार में नजर नहीं आया। सराफा बाजार, कपड़ा बाजार, रेडिमेड गारमेंट्स सहित अन्य बाजारों में लॉक डाउन के आम दिनों की तरह ही लोगों की आवाजाही रही।
बाजार में जो लोग नजर आ रहे थे, वे लॉक डाउन का पूरा पूरा पालन करते हुए नजर आए। शहरी महिलाओं की बनिस्बत ग्रामीण महिलाएं मुंह पर मास्क लगाए नजर आई।
माणक चौक के सब्जी बाजार में दुकान की सफाई।
राजा महाराजा के समय के बने शहर के सबसे पुराने सब्जी बाजार माणक चौक में नाथों की दुकानें लगी और ना ही सब्जियों की। दुकानदार झाड़ू लगाते हुए नजर आए ताकि गुरुवार से अपना कारोबार कर सके।
सूनी पड़ी है सड़कें
स्टेशन रोड का नजारा
स्टेशन रोड, न्यू रोड, कॉलेज रोड, पावर हाउस रोड, सैलाना बस स्टैंड, दो बत्ती की तरफ आवागमन काफी कम रहा। सड़के सुनी सुनी थी। नाहरपुरा, माणक चौक, चौमुखीपुल सहित अन्य जगह पर कुछ वाहन चालक और खरीदार नजर आए।
रौनक और महक अब भी गायब
बुधवार से बाजारों की अन्य दुकानें भी खुल गई है लेकिन अभी भी रतलाम का बाजार अधूरा-अधूरा लग रहा है क्योंकि बाजार में ना तो रौनक है और न ही रतलाम के बाजार की महक आ रही है। बाजार से गुजरते ही जहां इलायची वाली चाय, सेव, नमकीन, कचोरी, समोसे, आलू बड़े की जो महक बाजार को गुलजार बनाती है। उसकी कमी काफी खल रही है। यही कारण है कि बाजार तो खुल गए हैं लेकिन बाजार की रौनक और महक दोनों ही नदारद है।