🔲 भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का कहना

🔲 मानसून रहेगा बेहतर

🔲 अनाज एवं दालों का उत्पादन होगा बंपर

दिल्ली, 22 मई। देशभर में चल रहे राहत वाले लॉक डाउन के मद्देनजर शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.4 फीसदी की कमी की है। इस तरह अब रेपो रेट 4.4 फीसदी से घटकर 4 रह गया है। बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक से कम ब्याज पर लोन मिलेगा और बैंक यह फायदा ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं। हालांकि इससे बचत पर ब्याज दर घटने के भी संकेत मिले हैं। रिवर्स रेपो रेट में भी कटौती की गई है और अब यह 3.35 रह गया है। इससे पहले 19 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कमी की थी, जिसके बाद यह 3.75 फीसदी रह गया था। एक अन्य बड़े फैसले में मोरोटोरियम भी तीन महीने यानी अगस्त तक बढ़ा दिया गया है।

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शक्तिकांत दास ने कहा कि लॉकडाउन के कारण भारत समेत दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। खाने पीने समेत जरूरी चीजों के दाम बढ़े हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि इस साल मानसून के सामान्य रहने का अनुमान लगाया गया है। इससे अनाज और दालों की बम्पर उपज होने की उम्मीद है।

एक्सेंज बैंक को 15 हजार करोड़ 

कैश बढ़ाने के लिए एक्सेंज बैंक को 15 हजार करोड़ रुपए दिए जाएंगे। लॉकडाउन के कारण मार्च में इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन में 17 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। मैन्युफैक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट। कोर इंडस्ट्रीज के आउटपुट में 6.5 फीसदी की कमी रही है।

आएगी अर्थव्यवस्था में तेजी

लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है, लेकिन जैसे जैसे हालात सामान्य होंगे, अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी। 2020-21 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 9.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी 487 बिलियन डॉलर का है। भारत की जीडीपी ग्रोथ 2020-21 में निगेटिव रहने का अनुमान है। हालांकि साल के दूसरे हिस्से में ग्रोथ में कुछ तेजी दिख सकती है।

मौद्रिक नीति समिति का फैसला

कोरोना वायरस के वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है। मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में कटौती करने का फैसला किया है। मांग और उत्पादन में कमी आई है। अप्रैल महीने में निर्यात में 60.3 % की कमी आई है।

खास बातें

🔲 ऋण लेना आसान होगा

🔲 महंगाई कम होने की उम्मीद

🔲 जीडीपी ग्रोथ नेगेटिव रहने की आशंका

🔲 सामान्य मानसून से अच्छी फसल होने की उम्मीद

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