अदभुत संयोग की सांझ रही रविवार को
🔲 ऐसा संयोग कब होगा, अभी पता नहीं
हरमुद्दा
रतलाम, 24 मई। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही आकाशीय गतिविधियों में रूचि रखने वाले जिज्ञासुजनों के लिए रविवार की शाम अदभुत संयोग लेकर आई। अब ऐसा संयोग कब बनेगा? यह कुछ अभी कहा नहीं जा सकता।
रविवार की शाम सूर्यास्त के बाद पश्चिमी आकाश में जैसे ही चांद नजर आया। वैसे ही चांद से कुछ नीचे शुक्र और चांद के ठीक पास बुध का अदभुत नजारा पृथ्वी ग्रह के लोगों को देखने को मिला। खास बात तो यह है कि चांद भी कोई सामान्य दिनों वाला नहीं ईद का चांद था।
काफी कुछ मिलता है सीखने को : मईड़ा
भूगोल के व्याख्याता आरसी मईड़ा ने हरमुद्दा को बताया कि रविवार की शाम वाकई में भूगोल में रुचि रखने वालों के लिए कई मायनों में खास रही। ऐसा अदभुत संयोग अब कब होगा? अभी कुछ बताया नहीं जा सकता है। इसे संयोग से काफी कुछ सीखने को मिलता है।