कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए होगा डोर-टू-डोर सघन सर्वे
🔲 नागरिकों से अपील, सही जानकारी दें
🔲 जल्दी पहचान होने से प्रभावी उपचार के साथ व्यक्ति शीघ्र होता है स्वस्थ
🔲 कलेक्टर ने बैठक लेकर दिए निर्देश
हरमुद्दा
रतलाम, 30 मई। जिले में कोरोना संक्रमण पर और प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्य योजना बनाई गई है। सर्वेक्षण के द्वितीय चरण के तहत जिले में खासतौर पर रतलाम शहर में डोर-टू-डोर सघन सर्वेक्षण किया जाएगा। इसे लेकर एक बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बैठक में उपस्थित डॉक्टर्स तथा स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अन्य व्यक्तियों को सर्वेक्षण हेतु सुनियोजित ढंग से कार्य करने के निर्देश दिए।
आम जनों से आह्वान कलेक्टर का
इस संबंध में नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे अपने घर में सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रस्त परिजनों की सही जानकारी सर्वेक्षण दलों को दें। जितनी जल्दी व्यक्ति की पहचान होती है उतनी ही जल्दी कोरोना का प्रभावी उपचार किया जाकर व्यक्ति स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता है, शीघ्र स्वस्थ हो जाता है।
यह थे मौजूद
कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में सहायक कलेक्टर तपस्या परिहार, डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रमोद प्रजापति आदि उपस्थित थे।
हॉटस्पॉट क्षेत्र में होगा सघन सर्वे
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस द्वितीय चरण के सर्वेक्षण को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जाए। दल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता तथा नगर निगम के सुपरवाइजर सम्मिलित रहेंगे। बताया गया कि रतलाम शहर में बाहर के हॉट स्पॉट क्षेत्रों से आकर लंबे समय से रह रहे व्यक्तियों पर भी सर्वेक्षण दल फोकस करेंगे, उनकी स्वास्थ्य स्थिति जांची जाएगी। कलेक्टर ने सर्वेक्षण दलों को गहन प्रशिक्षण देने के निर्देश भी दिए। मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. संजय दीक्षित द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
फीवर क्लीनिक प्रभावी ढंग से करेंगे कार्य
बैठक में बताया गया कि राज्य शासन के निर्देश अनुसार जिले में फीवर क्लिनिक प्रभावी ढंग से उपचार व्यवस्था हेतु तैयार किए जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय के फीवर क्लीनिक के अलावा शहर में टीआईटी रोड, मेडिकल कॉलेज तथा निकट स्थित दिलीपनगर में फीवर क्लीनिक अपने नए अपग्रेडेशन में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान के अलावा नागरिकों के घर के पास होकर मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड वेक्टर जनित रोगों आदि के उपचार में प्रभावी एवं सक्रिय भूमिका निभाएंगे।