संकट में सृजन : लॉक डाउन में पुस्तक लेखन, लेखिका सीमा शर्मा का सम्मान
🔲 ‘बालकों के लैंगिक शोषण के अपराधों’ के विषय पर पुस्तक लिखने पर विभाग प्रमुख पुरुषोत्तम शर्मा ने की सराहना
हरमुद्दा
रतलाम, 30 जून। लॉकडाउन के दौरान ‘बालकों के लैंगिक शोषण के अपराधों’ के विषय पर कानूनी पुस्तक लेखन कार्य सुश्री सीमा शर्मा विशेष लोक अभियोजक (पॉक्सो एक्ट) द्वारा किया गया। इस उपलब्धि पर महानिदेशक / संचालक लोक अभियोजन मध्य प्रदेश पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी, लोक अभियोजन मध्य प्रदेश मौसमी तिवारी द्वारा बताया गया कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित कर लोगों को घर में ही रहने की अपील की गई थी। ऐसे में म.प्र. लोक अभियोजन के विभाग प्रमुख संचालक लोक अभियोजन श्री शर्मा ने इस अवसर को उत्पादक एवं रचनात्मक बनाने तथा बालकों के कल्याण के लिए, बालकों के विरूद्ध होने वाले लैंगिक अपराधों से संबंधित कानूनी विषय पर पुस्तक लिखने का विचार किया और इस विचार को कार्यरूप में परिवर्तित करने के लिए रतलाम में पदस्थ विभाग की सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी सीमा शर्मा को इस विषय पर पुस्तक लिखने के लिए प्रेरित किया और स्वयं ने भी पुस्तक लेखन के कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। दोनों ने करीब 450 पृष्ठों की पुस्तक लिखी, जो शीघ्र ही प्रकाशित होने जा रही है। यह पुस्तक इस विषय से संबद्ध सभी मुख्य कर्ताओं के लिए सूचनाप्रद एवं उपयोगी है।
विधि विषय पर गहन अध्ययन में श्री शर्मा का
श्री शर्मा सन् 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं तथा विधिक विषयों पर आपका गहन अध्ययन है। आपके सान्निध्य व मार्गदर्शन में सुश्री शर्मा द्वारा इस पुस्तक को मूर्त रूप दिया गया।
व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने में होगी सहायक
यह पुस्तक ”पॉक्सो एक्ट अनुसन्धान एवं विचारण” शीर्षक से प्रकाशित की जा रही है, जिसे मध्य प्रदेश लोक अभियोजन के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रदाय की जाएगी। जिससे उन्हें अपनी व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने में सहायता मिलेगी। सुश्री सीमा शर्मा द्वारा इसके पूर्व भी एक अन्य विधिक पुस्तक ”पुलिस अनुसंधान एवं अभियोजन” का लेखन एवं प्रकाशन किया जा चुका है। सुश्री शर्मा द्वारा किए गए पुस्तक लेखन के इस कार्य के लिए संचालक श्री शर्मा ने इन की सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।