प्रेस क्लब पर पत्रकारों की हुई कोरोना स्क्रीनिंग
🔲 साथी के पॉजीटिव आने पर संस्था ने की पहल, स्वयं करवाई जांच
हरमुद्दा
रतलाम, 12 जुलाई। प्रेस क्लब रतलाम द्वारा एक साथी पत्रकार के कोरोना संक्रमित आने के बाद अपना दायित्व निभाते हुए सभी सदस्यों की रविवार शाम को स्क्रीनिंग करवाई।
कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर चिकित्सकों की टीम ने प्रेस क्लब के करीब 45 सदस्यों की स्क्रीनिंग की। सभी पत्रकारों का पल्स, आॅक्सीजन लेवल, ब्लडप्रेशर, टेम्प्रेचर आदि मापा गया। जिसमें सभी स्वस्थ पाए गए।
जिला कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति, डॉ. गौरव बोरीवाल और पूर्व जिला आयुष अधिकारी डॉ. बीएस चौहान, डॉ. मंगलेश धाकड़, अशोक शर्मा, रामगोपाल सिसोदिया, डॉ. आशीष राठौर, सुश्री आफरीन तथा सुश्री संगीता और उनकी टीम ने प्रेस क्लब के पदाधिकारियों और सदस्यों की स्क्रीनिंग की।
यह थे मौजूद
जनसंपर्क अधिकारी शकील खान, प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश जैन, सचिव मुकेशपुरी गोस्वामी, उपाध्यक्ष अमित निगम, सहसचिव मुबारिक शेरानी, वरिष्ठ सदस्य रमेश टांक, नीरज शुक्ला, कमलेश पांडे, सुशील खरे, असीमराज पाण्डेय, केके शर्मा, सुधीर जैन, यशवंत सिंह राठौर, दिलजीत मान, बंटी शर्मा, राजेश पुरोहित, विवेकानंद चौधरी, नीरज बरमेचा, चंद्रशेखर सोलंकी, कार्यकारिणी सदस्य रमेश सोनी, जितेंद्रसिंह सोलंकी, अदिति मिश्रा, सिकंदर पटेल, प्रदीप नागौरा, साजिद खान, शिवेंद्र दुबे, यशवंत जैन, विनोद वाधवा, चिंटु मेहता, स्वदेश शर्मा, जलज शर्मा आदि मौजूद थे।
परिवार को न फैले इसके लिए करवाएं जांच
स्क्रीनिंग के पश्चात डॉ. प्रजापति ने रतलाम में मीडिया को आभार देते हुए कहा कि सकारात्मक रवैये से लोगों में जागरुकता है, जिससे कोरोना रोकथाम में बहुत मदद मिली है। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना के मामले विश्व में तीसरे नंबर पर सर्वाधिक हो गए है, लेकिन यहां मृत्युदर बहुत कम है। इसका मुख्य कारण है कि भारतीय लोगों की इम्युनिटी बहुत मजबूत है। यही कारण है कि हमारे आसपास ऐसे मरीज हो सकते हैं जिन्हें कोरोना का कोई लक्ष्ण नहीं है। ऐसे लोग बिना ईलाज स्वयं ही ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन उनके परिवार में अगर कोई हार्ट, किडनी, लीवर, शुगर बीपी आदि का मरीज है, वृद्ध है या बच्चा है तो उसके लिए समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आपको जरा भी शंका है कि आपको सर्दी, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ हो तो फीवर क्लीनिक जरूर आए। कोरोना का ईलाज बहुत सरल है, ऐसे में टालें नहीं। इस दौरान डॉ. चौहान ने भी संबोधित किया।