मतदाता सूची को बैंक खातों की तरह आधार से लिंक करना जनहित में : पूर्व महापौर डागा
🔲 “एक मतदाता-एक सूची” का प्रस्ताव स्वागत योग्य : पूर्व महापौर डागा
हरमुद्दा
रतलाम,30 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया ” एक मतदाता-एक सूची “का प्रस्ताव का पूर्व महापौर शेलेन्द्र डागा ने स्वागत एवं समर्थन किया है। उनके अनुसार सभी मतदाताओ की एक सूची बनने पर कई समस्याओं का स्वतः समाधान हो जाएगा। भारत जैसे विशाल देश मे इसकी नितांत आवश्यकता है। मतदाता सूची को बैंक खातों की तरह आधार से लिंक करने का जनहित में सुझाव दिया है, ताकि एक मतदाता के एक से अधिक स्थानों पर अपने नाम लिखाने पर भी रोक लगे।
श्री डागा ने बताया कि रतलाम जैसे छोटे शहर में ही लोकसभा, विधानसभा और नगरीय निकाय चुनावों के लिए अलग-अलग मतदाता सूचियां बनती है। हर चुनाव में इससे हजारो मतदाता मताधिकार का उपयोग करने से वंचित हो जाते है, क्योकि उनके नाम इधर-उधर हो जाते है। अलग-अलग मतदाता सूची बनने से हर चुनाव में मतदाता की भूमिका बदल जाती है, यदि एक सूची रहेगी, तो सबको समान रूप से अपने मताधिकार का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। इससे सूची में संशोधन की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी। एक मतदाता-एक सूची लागू होने पर कोई अपना पता बदलने पर आसानी नाम व पता बदलवा सकेगा।
समर्थन करने का आह्वान
श्री डागा ने आमजन से प्रधानमंत्री श्री मोदी के एक मतदाता-एक सूची के प्रस्ताव का व्यापक समर्थन करने का आह्वान भी किया है, ताकि यह योजना जल्द मूर्त रूप ले सके। एक मतदाता-एक सूची का प्रस्ताव सभी मतदाताओं के लिए लाभदायी रहेगा।