जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी : कर्मचारी जमा धनराशि समय पर पाने से वंचित
🔲 मनमानी बंद नहीं की तो आंदोलन
🔲 खानापूर्ति के बावजूद के आपत्तियों से अटका रहे फाइलें
हरमुद्दा
रतलाम, 19 सितंबर। जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी से कर्मचारी अपनी ही जमा धनराशि समय पर पाने से वंचित है। मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ नेे कहा कि अधिकारी मनमानी बंद नहीं करेंगे तो उनके विरुद्ध आंदोलनात्मक रुख अपनाया जाएगा।
मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के संरक्षक दीपक सुराणा एवं जिला अध्यक्ष शरद शुक्ला ने हरमुद्दा को बताया कि शासकीय कर्मचारी प्रावधान अनुसार अपने वेतन से प्रतिमाह जीपीएफ में धनराशि जमा करता है। नियमानुसार शासकीय सेवक अपने बच्चों की शादी, परिवार की अन्य जिम्मेदारियों, स्वयं के या परिजन के इलाज के लिए इस राशि का उपयोग करता है। जीपीएफ राशि आहरण करने के लिए कर्मचारी एवं आहरण अधिकारी को एक निश्चित दिशा निर्देश भी शासन द्वारा जारी किए गए हैं। जिसकी पूर्ति कर शासकीय कर्मचारियों को जीपीएफ में से राशि का भुगतान किया जाता है। जिले के शिक्षा विभाग में कर्मचारी अपनी धनराशि जरूरत के वक्त प्राप्त करने में परेशान हो रहा है। आहरण संवितरण अधिकारी द्वारा जीपीएफ प्रकरण नियमानुसार स्वीकृत कर ऑन-लाइन करते हैं।
मापदंडों की पूर्ति के बावजूद आपत्तियां
शिक्षकों एवं लिपिकों के जीपीएफ प्रकरणों में जिला शिक्षा अधिकारी के सी शर्मा द्वारा जीपीएफ स्वीकृति के मापदंडों की पूर्ति के बावजूद नियम विरुद्ध आपत्तियां लगाकर लंबित रखा जा रहा है। जो जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी दर्शाता है।
चर्चा के बाद भी कोई नहीं समाधान
कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने जिला शिक्षा अधिकारी से इस विषय में चर्चा भी की थी किंतु उनके व्दारा सतत गैर जरूरी आपत्ति लगाकर जीपीएफ प्रकरणों पर प्रतिहस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। इससे कर्मचारी आर्थिक प्रताड़ना झेल रहे हैं या दलालों की शरण में जाकर आर्थिक रूप से शोषित हो रहे हैं।
मनमानी बंद नहीं की तो करेंगे आंदोलन
मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के संरक्षक श्री सुराणा, जिला अध्यक्ष श्री शुक्ला ने बताया कि यदि जिला शिक्षा अधिकारी अपनी मनमानी बंद नहीं करेंगे तो उनके विरुद्ध आंदोलनात्मक रुख अपनाया जाएगा।